Hamirpur: महिला एवं बाल विकास विभाग ने वीरवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोट और मटाहणी में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत किशोरियों के लिए तनाव प्रबंधन शिविर आयोजित किए गए । पर्यवेक्षक एवं संरक्षण अधिकारी प्रदीप कुमार चौहान ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं को अपने स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य वक्ता के तौर पर मनोविज्ञानी डॉ. अनुपम कुमारी ने किशोरियों को तनाव क्या होता है, तनाव कितने प्रकार होते हैं और किस तरह के तनाव से कैसे निपटना है, के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि किशोरावस्था में कई प्रकार के तनाव से गुजरना पड़ता है लेकिन जो बच्चे इस तनाव का प्रबंधन सही ढंग से करते हैं, वे ही जीवन में बेहतर परिणाम दे पाते हैं।
उन्होंने किशोरियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने, पर्याप्त निद्रा लेने तथा समय के बेहतर प्रबंधन के संबंध में कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने किशोरियों को अपनी दिनचर्या में शिक्षा के साथ-साथ व्यायाम, योग और मेडिटेशन को शामिल करने के लिए भी प्रेरित किया। दोनों शिविरों में कुल मिलाकर लगभग किशोरियों को 150 किशोरियों को तनाव प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान कोट स्कूल के प्रधानाचार्य बलवंत सिंह और मटाहणी स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार ने महिला एवं बाल विकास विभाग और संबंधित अधिकारियों का धन्यवाद किया। उन्होंने किशोरियों को इस तरह के कार्यक्रमों का लाभ उठाने और अपने जीवन में एक नियमित और बेहतर दिनचर्या अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर पर्यवेक्षक एवं संरक्षण अधिकारी राकेश कुमार शर्मा और शिक्षक भी उपस्थित रहे।