Mandi:खड्गे और जेपी नड्डा की पत्रवार के बीच मंडी से भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। मंडी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है, फ्रिंज समूहों को भड़काया जा रहा है। राहुल गांधी जब विदेश जाते हैं तो देश के बारे में जिस तरह की बातें करते हैं, लोग उसे जानते हैं। वह देश के बारे में क्या महसूस करते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। वह सत्ता पाने के लिए देश को विभाजित करने से भी नहीं हिचकिचाते।”
#WATCH | Mandi, Himachal Pradesh | BJP MP Kangana Ranaut says, "A few people are being used, fringe groups are being instigated – the kind of things Rahul Gandhi speaks about the country when he goes abroad, people know it. What he feels about the country, is not hidden from… pic.twitter.com/HYNXIksp5a
— ANI (@ANI) September 20, 2024
सांसद कंगना रणौत ने पीएम नरेंद्र मोदी को आधुनिक भारत का शिल्पकार बताया है। उन्होंने कहा कि पहले भारत की अर्थव्यवस्था लड़खड़ाती और चरमराती थी, लेकिन 10 साल में पीएम नरेंद्र मोदी ने बड़ा बदलाव लाते हुए भारत की अर्थव्यवस्था को शीर्ष स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है। कंगना पीएम विश्वकर्मा योजना की पहली वर्षगांठ पर आईटीआई मंडी में कार्यक्रम में बोल रहीं थीं। कंगना रणौत ने कहा कि इसमें दो राय नहीं है कि भारत के भविष्य को पीएम नरेंद्र मोदी फिर लिख रहे हैं। शिल्पकार अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा होते हैं। इन्हें भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत वर्ष में इस तरह की शैलियों वाले भवन हैं, जिनका लोहा पूरी दुनिया मानता है। विशेषज्ञ भी इन भवनों को देखकर यही कहते हैं कि यह भगवान के निर्मित हैं। हिमाचल में कई कलाएं हैं। यहां काष्ठकुणी शैली के भूकंपरोधी भवन है। इस पर पूरी दुनिया शोध कर रही है।
कंगना ने कहा कि शिल्पकारों ने त्रासदी सही है। मुगल और अंग्रेज कारीगरों के हाथ काट देते हैं, जबकि यह पारंपरिक विद्या परिवार दर परिवार चलती है। अब विलुप्त होती जा रही है। उन्होंने कहा कि शिल्पकारों का जीवन आसान नहीं है। शिल्पकारों की पीड़ा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझा है, इसीलिए पीएम विश्वकर्मा योजना लाई गई है। कार्यक्रम में हिमाचली बोटी (रसोइया) को भी इस योजना में कवर करने का सुझाव मिला है। इसे संसद तक ले जाया जाएगा।