अभी तक 50 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा करोड़ों के गोलमाल का अंदेशा मंडी से जुड़े तार
Solan : हिमाचल के सोलन के कुनिहार में क्रिप्टो करेंसी की तर्ज पर बड़ी संख्या में लोग फॉरेक्स ट्रेडिंग के भी शिकार हुए हैं। कई राज्यों में ठगी करने वाली क्यूएफएक्स कंपनी ने कुनिहार क्षेत्र के कई लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। अभी तक पचास लाख की धोखाधड़ी सामने आई है। लेकिन पुलिस जांच में मंडी की तरह शिकार लोगों की संख्या बढ़ सकती है और घोटाला करोड़ों का हो सकता है। इस संदर्भ में पुलिस ने कुनिहार में मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। वहीं इस मामले के तार मंडी से भी जुडे है।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें जमा राशि के ऊपर सात प्रतिशत की दर से ब्याज देने का प्रलोभन दिया गया। क्यूएफएक्स टेक सर्विस के नाम से संचालित कंपनी में लोगों ने कुनिहार के समीप एक गांव के पूर्व सैनिक व एक निजी स्कूल में कार्यरत एक व्यक्ति के बहकावे में आकर लाखों रुपए जमा करवा दिए। यह कंपनी क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड के बैनर तले काम करती है तथा इसका हैड आफिस जीरकपुर पंजाब में है।
शिकायतकर्ताओं का यह भी आरोप है कि उक्त कंपनी ने दो स्थानीय लोगों से मिलीभगत करके क्षेत्र के दर्जनों लोगों को बेवकूफ बनाकर उनसे ठगी की। स्थानीय एजेंट अपने बैंक की पासबुक निवेश करने के इच्छुक लोगों को बताता था तथा फिर उन्हें भी इस कंपनी में राशि जमा करवाने के लिए कई तरह के प्रलोभन देते थे। इनमें से कुछ निवेशकों को कुल जमा राशि का सात प्रतिशत की दर से ब्याज भी आता रहा। इनको कंपनी की ओर से जमा राशि का पीडी चेक भी दे दिया जाता था ताकि लोगों का भरोसा न टूटे।
पूर्व सैनिक व एक निजी स्कूल के कर्मचारी के झांसे में आए लोग
लोगों ने कुनिहार के समीप एक गांव के पूर्व सैनिक व एक निजी स्कूल में कार्यरत एक व्यक्ति के बहकावे में आकर क्यूएफएक्स टेक सर्विस के नाम से संचालित कंपनी में लाखों रुपए जमा करवा दिए। यह कंपनी क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड के बैनर तले काम करती है और इसका हैड आफिस जीरकपुर (पंजाब) में है।
यह है आरोप
लोगों का आरोप है कि उक्त कंपनी ने दो स्थानीय लोगों से मिलीभगत करके क्षेत्र के दर्जनों लोगों को बेवकूफ बनाकर उनसे ठगी की। स्थानीय एजेंट अपने बैंक की पासबुक निवेश करने के इच्छुक लोगों को बताता था तथा फिर उन्हें भी इस कंपनी में राशि जमा करवाने के लिए कई तरह के प्रलोभन देते थे। जानकारी के मुताबिक इनमें से कुछ निवेशकों को कुल जमा राशि का सात प्रतिशत की दर से ब्याज आता भी रहा । इनको कंपनी की ओर से जमा राशि का पीडी चेक भी दे दिया जाता था ताकि भरोसा टूटने न पाए। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि जब एजेंट से पैसे के लिए बात की तो वह दिलासा देता रहा है। बाद में उन्हें पता चला कि कंपनी के मालिक दुबई चले गए हैं और कंपनी का आफिस भी सील हो गया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज छानबीन शुरू कर दी है।
डीएसपी अशोक चौहान ने बताया कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कंपनी में निवेश करने वालों की पहचान की जा रही है।