अंतरराष्ट्रीय नर्सेज सप्ताह समारोह का दौर चल रहा है। मतलब वैश्विक स्तर पर यह दिन अस्पतालों में सेवा देने वाली नर्सों के नाम है। हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बात किसी से छिपी नहीं है। स्टाफ और ख़ासकर नर्सों की कमी का रोना काफी अर्से से रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी माना है कि प्रदेश में नर्सों की कमी है और इसे पूरा करने की कोशिश की जाएगी।
शिमला आईजीएमसी में 18 मई तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय नर्सेज सप्ताह समारोह में मुख्यमंत्री बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हुए थे। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार भी थे। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने माना की प्रदेश में नर्सों की संख्या कम हैं। मरीजों के अनुपात में नर्स कम हैं, ऐसे में सरकार इस कमी को पूरा करने की कोशिश करेगी।
अस्पतालों में नर्स के 742 पद खाली
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में नर्स के 742 पद खाली हैं। फिलहाल प्रदेश में 2421 स्टाफ नर्स सेवा दे रही हैं। जबकि, फिलहाल कम से कम 5100 नर्सों की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग काउंसिल के मुताबिक 5 मरीजों की देखभाल के लिए एक नर्स होनी चाहिए। जबकि, हिमाचल प्रदेश में एक नर्स 10 मरीजों की देखभाल करती है।