प्रदेश सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने शुक्रवार 11 तारीख को की गई कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय रैली को फेल करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश स्तर की रैली का आयोजन धर्मशाला में किया था जिसमें मात्र दो सौ लोग थे। यहां तक की प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह की मौजूदगी में भी ये रैली विफल रही जिससे यह बात साबित होती है कि प्रदेश में कांग्रेस अपना धरातल खो चुकी है। कांग्रेस को फिलहाल महंगाई को लेकर थालियां-चमच्च बजाने की जरुरत नहीं है। क्योंकि इससे उन्हें कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
कांग्रेस के कार्यकाल में चर्म पर थी महंगाई:
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि महंगाई के मुद्दे को लेकर जो रैली अब कर रही है, यह आक्रोश रैली उन्हें उस वक्त करनी चाहिए थी जब दालों की कीमत 200 रूपये से ऊपर थी। उन्होंने कहा कि महंगाई बीजेपी कार्यकाल में नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यकाल में सबसे अधिक थी। अब तो हर दाल की कीमत 50 से 60 रुपये के बीच है।
कपूर ने कहा कि कांग्रेस अपनी राजनितिक जमीन को बचाने का प्रयास कर रही है और इस प्रकार की हरकतें कर राजनितिक लाभ लेना चाहती है। कपूर ने कहा कांग्रेस चाहे जो भी कर ले किसी भी प्रकार का लाभ कांग्रेस को नहीं मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस हर जगह हारी है और अपनी हार को अब छुपाने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस ने अपराधियों को बचाने का प्रयास किया:
अपराध के मुद्दे पर कपूर ने कहा कि सबसे अधिक अपराध कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ है। गुड़िया मामला कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ था और कांग्रेस ने अपराधियों को बचाने का प्रयास किया और आज सभी अधिकारी जेल में है। बीजेपी के समय अगर अपराध हुआ है तो अपराधियों को पकड़ कर जेल में डाला जा रहा है और किसी को भो नहीं बख्शा जा रहा है।