प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत सोमवार को शिमला में हिमाचल और UT सहित 6 राज्यों के साथ MoU साइन होना था। लेकिन, इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी की तकरार एक बार फिर जगजाहिर हो गई। दरअसल, MoU में सभी राज्यों को साइन करना था, लेकिन पंजाब राज्य ने MoU पर साइन नहीं किए।
पंजाब राज्य की ओर से मंत्री का साइन न करना कांग्रेस-बीजेपी की आपसी तकरारों को एक बार फिर जगजाहिर करता है। हालांकि, बाद में ये MoU को पास किया गया, लेकिन पंजाब राज्य ने केंद्र के इस तोहफे को एक तरह से रिजेक्ट किया है। याद रहे कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है, जबकि बाकी सभी राज्यों में बीजेपी राज कर रही है।
स्वास्थ्य सुरक्षा को मिलेगा बल
हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और चंडीगढ़ में MoU साइन होना था। इस MoU के माध्यम से इन सभी राज्यों में स्वास्थ्य सुविधाएं को सुदृढ़ बनाया जाएगा। बीमारी से जूझ रहे लोगों को 5 लाख का बीमा दिया और बाकी स्वास्थ्य सुविधाएं भी पूरी तरह से उपलब्ध करवाई जाएंगी।
पहाड़ी राज्यों को मिलेगा ख़ास तोहफा
हिमाचल, उत्तराखंड सहित जम्मू-कश्मीर को केंद्र सरकार की ओर से विशेष तोहफा मिलेगा। पहाड़ी राज्यों में 90:10 की रेशो से केंद्र सरकार पे करेगी, जबकि UT चंडीगढ़ सहित बाकी राज्यों में ये रेशो 60:40 की रहेगी। वहीं, राज्य सरकार के हाथ में ये भी जिम्मेदारी रहेगी कि ये सुविधा सभी को दी जाएगी, या फिर इसमें कुछ बर्ग रखे जाएंगे।
इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि भारत स्वास्थ्य के कार्यक्रम के अंतर्गत एक लीडिंग देश की भूमिका में शामिल हुआ है। वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में भारत के अविष्कारों का उदाहरण दिया जाता है। फिलहाल सरकार 2022 तक इसमे अधिकांश देश की जनता को लाभ पहुंचाएगी और यदि इसमें कुछ सुधार करने की जरूरत पड़ी तो वे आवश्य किया जाएगा।