KulluDussehra2024: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में सरकार ने देवी-देवताओं की नजराना राशि में 5% की बढ़ोतरी की है, जबकि बंजतरियों का मानदेय 20% बढ़ाया गया है। जिले के दूरदराज इलाकों से आने वाले देवी-देवताओं को 20% दूरी भत्ता भी मिलेगा, जिससे आनी, निरमंड, बंजार, और सैंज के देवी-देवता लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने दशहरा समापन के मौके पर कहा कि देवी-देवताओं के नजराना और मानदेय के लिए 1.36 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
कुल्लू दशहरा के समापन में भगवान रघुनाथ ने रथ में सवार होकर लंका पर चढ़ाई की, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं का विशाल जनसमूह उमड़ा। इस दौरान माता हिडिंबा, बिजली महादेव, बंजार और अन्य क्षेत्रों से करीब 50 देवी-देवता शामिल हुए। लंका दहन के साथ दशहरा महोत्सव का समापन हुआ, और भगवान रघुनाथ शाम को अपने देवालय सुल्तानपुर लौट गए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि मनाली के हरिपुर दशहरा मेले की राशि को 1.25 लाख से बढ़ाकर 3 लाख किया जाएगा। इसके अलावा, कुल्लू में वामतट मार्ग के लिए ब्यास नदी पर डबल लेन पुल का निर्माण किया जाएगा, जिसकी लागत 26 करोड़ रुपये होगी। इससे कुल्लू दशहरा के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने कुल्लू और मनाली के लिए 13 करोड़ रुपये की अन्य योजनाओं की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दिल्ली जाकर प्रदेश की योजनाओं को रोकते हैं। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार प्रदेश के विकास के लिए काम कर रही है और भूभू टनल बनने से कुल्लू और कांगड़ा की दूरी घटकर सिर्फ डेढ़ घंटे रह जाएगी। सुक्खू ने पूर्व सरकार पर शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था की गुणवत्ता गिराने का आरोप लगाया, जबकि उन्होंने रोबोटिक सर्जरी जैसी अत्याधुनिक तकनीक से आईजीएमसी और टांडा अस्पतालों को लैस करने की घोषणा की।
सुक्खू ने कुल्लू के अस्पतालों में आईजीएमसी जैसी सुविधाएं देने और स्टाफ की कमी जल्द दूर करने का आश्वासन दिया। साथ ही, उन्होंने 102 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए कहा कि कुल्लू-भुंतर क्षेत्र के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।