पेंशनर वेल्फेयर एसोसिएशन, कोटली इकाई की मासिक बैठक मंगलवार को विश्राम गृह, कोटली में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पेंशनर वेल्फेयर एसोसिएशन के मंडी जिला प्रधान हरिश शर्मा और मंडी सदर इकाई के प्रधान रेवती राम शर्मा ने की। बैठक में पेंशनरों से संबंधित लंबित मांगों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
इस दौरान, जनवरी 2016 से दिसंबर 2022 तक सेवानिवृत्त कर्मचारियों के संशोधित वेतनमान के एरियर्स, जिसमें ग्रेच्युटी, लीव इनकैशमेंट, कम्प्यूट एरियर्स, वेतन एरियर्स और पेंशन एरियर्स शामिल हैं, के भुगतान पर चर्चा हुई। सेवानिवृत्त पेंशनरों ने असंतोष जताया कि जनवरी 2022 के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सभी लाभ एकमुश्त मिल रहे हैं, जबकि 2016 से 2021 के बीच सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सौतेला व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, पेंशनरों के चिकित्सा बिल पिछले तीन वर्षों से विभागों में लंबित हैं।
बैठक में एसोसिएशन के पुराने अध्यक्ष ठाकर सिंह ने कोटली इकाई की नई कार्यकारिणी के गठन का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें ठाकर सिंह को अध्यक्ष, परम देव चौहान को महासचिव, श्याम सिंह को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कांशी राम वर्मा को उपाध्यक्ष, वीरी सिंह शास्त्री को कोषाध्यक्ष, और परम देव शास्त्री को मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया।
बैठक के अंत में हरिश शर्मा ने सभी से आग्रह किया कि वे संगठन को मजबूत करने और अधिक सेवानिवृत्त कर्मचारियों को जोड़ने के लिए प्रयास करें, ताकि पेंशनर वेल्फेयर एसोसिएशन का संगठन और सशक्त हो सके।