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संविधान दिवस पर उषा बिरला ने महिलाओं के अधिकारों की अहमियत को बताया

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75th Constitution Day: जिला भाजपा हमीरपुर की उपाध्यक्ष उषा बिरला ने 75वें संविधान दिवस पर सभी भारतवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे देश के संविधान को मान्यता देने का दिन है, जिसे हम बाबा डॉ भीम राव अंबेडकर की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में मनाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में यह निर्णय लिया था कि इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

उषा बिरला ने बताया कि 1947 में भारत की आज़ादी के बाद, संविधान निर्माण के लिए एक संविधान समिति का गठन किया गया था, जिसमें 189 सदस्य थे, जिनमें 15 महिलाएं शामिल थीं। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान को बनाने में कुल 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन लगे। 26 नवंबर 1949 को संविधान को सरकार को सौंपा गया, और तभी से आज के दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उषा बिरला ने भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें 395 अनुच्छेद, 22 भाग, 8 अनुसूचियां और 251 पन्ने हैं। यह विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि संविधान ने महिलाओं को समान अधिकार दिए और समय-समय पर संविधान में संशोधन भी किए गए हैं। 73वें संविधान संशोधन में पंचायती राज संस्थाओं और 74वें संशोधन में स्थानीय निकायों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। सबसे नवीनतम 128वें संविधान संशोधन में महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया है।

उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे भारतीय संविधान के अनुसार कार्य करें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को पूरा करने में सहयोग करें।