Follow Us:

चैरिटेबल अस्पताल बंद होने का विरोध: राजनीति के रंग में सड़कों पर उतरी भीड़

|

 

Bhota Charitable Hospital protest: राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा को बंद किए जाने के विरोध पर सियासी रंग चढ़ गया है।  बुधवार को स्थानीय ग्रामीणों ने भाजपा नेताओं के साथ मिलकर जोरदार प्रदर्शन किया।  नेशनल हाईवे 103 पर चक्का जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस जवानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

अस्पताल बंद होने की घोषणा के बाद से क्षेत्र के लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। हजारों लोगों के स्वास्थ्य का सहारा बने इस अस्पताल को 1 दिसंबर से बंद करने का नोटिस जारी किया गया है। इसके विरोध में ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि यह अस्पताल गरीबों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इसे बंद करना अन्यायपूर्ण होगा।

भाजपा नेताओं का समर्थन

भाजपा विधायक रणधीर शर्मा, इंद्र दत्त लखनपाल, और आशीष शर्मा प्रदर्शन में पहुंचे और लोगों का समर्थन किया। नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि अगर सरकार इस मुद्दे को विधानसभा में उठाती है, तो भाजपा इसका समर्थन करेगी। उन्होंने इसे गरीबों की सेवा का माध्यम बताते हुए इसे बंद न करने की अपील की।

बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि यह अस्पताल हजारों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इसे बंद न करने की नीति बनाने का आग्रह किया। वहीं, हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि जनता के हित का मामला है। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

अल्टीमेटम

प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार को 30 नवंबर तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि सरकार लिखित में ऑर्डिनेंस लाकर अस्पताल को बंद होने से बचाए। यदि सरकार ने समय पर कदम नहीं उठाया, तो प्रदर्शन और उग्र हो सकता है।