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मंडी में गृहकर बदलाव पर विवाद, पूर्व स्वरूप बहाल करने की मांग

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Mandi Property Tax Objections:मंडी नगर निगम द्वारा गृहकर अधिसूचना जारी करने के बाद शहरवासियों से 30 नवंबर तक सुझाव और आपत्तियां मांगी गई थीं। इसी सिलसिले में मंडी शहर के एक प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल ने गृहकर को लेकर आपत्तियां और सुझाव प्रेषित किए।

प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे नगर परिषद मंडी के पूर्व पार्षद जितेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सभी नगर निगमों में एक समान कर राशि और नियम होने चाहिए। उन्होंने बताया कि पूर्व में गृहकर की चार श्रेणियां (ए, बी, सी और डी) थीं, जिन्हें अब घटाकर केवल दो (ए और बी) कर दिया गया है। उन्होंने इस बदलाव को शहरवासियों के लिए अस्वीकार्य बताते हुए पुरानी श्रेणियों को बहाल करने की मांग की।

जितेंद्र शर्मा ने यह भी कहा कि पिछली बार गृहकर अधिसूचना में 10% छूट का प्रावधान था, जिसे इस बार हटाया गया है। उन्होंने इस छूट को फिर से लागू करने की मांग की। इसके अलावा, संयुक्त परिवारों की गलियों और आंगनों को कर मुक्त रखने और बीपीएल परिवारों, बेरोजगारों तथा वरिष्ठ नागरिकों को विशेष छूट प्रदान करने की भी अपील की।

प्रतिनिधि मंडल ने मांग की कि गृहकर अधिसूचना को शहरवासियों की सहमति और सुझावों के आधार पर संशोधित किया जाए, ताकि यह सभी के लिए व्यवहारिक हो सके।