Dry Spell in Himachal: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश की नामोनिशां नही हैं। चंबा, धर्मशाला, मंडी, हमीरपुर और बिलासपुर में सोमवार धूप खिली हुई है। हालांकि पारा गिरा है। सूखी ठंड ने परेशानी बढ़ा दी है।
दूसरी ओर बीती शाम रोहतांग, बारालाचा और कुंजम दर्रे जैसी पहाडि़यों में राहत की बर्फ गिरी है। यहां दो इंच तक ताजा बर्फबारी हुई। इसके बाद रोहतांग टॉप, शिंकुला और कुंजम दर्रा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है। मनाली-लेह हाईवे, कोकसर-लोसर, और दारचा-सचरू सड़कों को भी बर्फ जमने के कारण बंद करना पड़ा है, जिससे आवागमन जोखिमपूर्ण हो गया है।
बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में लाहौल स्पीति पहुंच रहे हैं। हालांकि, प्रशासन ने खराब मौसम और खतरनाक परिस्थितियों के मद्देनजर पर्यटकों को इन क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं दी है। इन ऊंचाई वाले इलाकों में ब्लैक आइस बनने से सड़कें फिसलनभरी हो गई हैं।
लाहौल स्पीति पुलिस ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों की यात्रा से बचने और सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 48 घंटों में चंबा, कांगड़ा, लाहौल स्पीति और किन्नौर की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है, जबकि अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा।
वहीं, बीते दो महीनों से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का अभाव बना हुआ है। अक्टूबर और नवंबर में बारिश न होने के कारण दिसंबर भी शुष्क दिख रहा है। किसानों, बागवानों और पर्यटन क्षेत्र पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मौसम विभाग ने 4 दिसंबर से प्रदेश में मौसम साफ रहने और अगले दो सप्ताह तक बारिश-बर्फबारी की कोई संभावना नहीं जताई है।