-
रघुवीर सिंह बाली का नेतृत्व: एचपीटीडीसी के रेवेन्यू बढ़ाने के लिए योजनाएं
-
राजनीतिक माहौल में भी मजबूत दिखे बाली, एचपीटीडीसी के रेवेन्यू बढ़ाने की योजना
-
सुधीर शर्मा पर बाली का पलटवार, मानहानि के दावे पर विचार
-
बाली के नेतृत्व में होटलों के रिनोवेशन के निर्णय से सत्ता के खिलाफ विपक्ष को जवाब
Raghubir Singh Bali Political Moves: हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली ने हाल ही में शिमला में निगम के मैनेजर और डीडीओ के साथ बैठक की। इस बैठक में पर्यटन क्षेत्र में सुधार, होटलों को बेहतर सुविधाएं देने और रेवेन्यू बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई। बाली ने बताया कि उनके नेतृत्व में एचपीटीडीसी ने पहली बार 2022-23 में 100 करोड़ रुपये का टर्नओवर पार किया है और उन्होंने निगम के रेवेन्यू बढ़ाने के लिए नए कदम उठाने का ऐलान किया है।
बाली ने बताया कि निगम के तीन प्रमुख होटलों—हॉलीडे होम, पीटरहॉफ और हमीर को पहले फेज में रिनोवेट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन होटलों के रिनोवेशन के लिए तीन श्रेणियां बनाई गई हैं, जिनके आधार पर सुधार किए जाएंगे। यह कदम एचपीटीडीसी के राजस्व को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है, खासकर तब जब उच्च न्यायालय ने निगम के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
रघुवीर सिंह बाली का यह कदम उनकी राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण दिशा दर्शाता है। उनके कार्यकाल में एचपीटीडीसी ने जो सफलता हासिल की है, वह बाली के राजनीतिक कौशल और शासन में उनकी भूमिका को मजबूत करती है। विपक्ष द्वारा कभी-कभी उनके कार्यों पर सवाल उठाए जाने के बावजूद, बाली ने इस बार विपक्षी विधायक सुधीर शर्मा के आरोपों का कड़ा जवाब दिया।
बाली ने कहा कि सुधीर शर्मा गलत जानकारी फैला रहे हैं और उनके खिलाफ मानहानि का दावा करने के लिए वह कानूनी राय लेने पर विचार कर रहे हैं। इस बयान ने बाली की सख्त राजनीतिक छवि को और मजबूत किया है, जो किसी भी आरोप के सामने चुप नहीं रहते।
राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो रघुवीर सिंह बाली ने अपने कार्यों से यह सिद्ध कर दिया है कि वह न केवल प्रशासनिक मामलों में सक्षम हैं, बल्कि राजनीतिक तौर पर भी वह अपने विरोधियों को उचित जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देना और एचपीटीडीसी के रेवेन्यू में सुधार करना है, जिससे राज्य को अधिक आर्थिक लाभ हो सके।