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आरएस बाली ने विधानसभा में HPTDC के विकास कार्यों और चुनौतियों का उल्लेख किया
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पूर्व सरकार के निर्णयों और वर्तमान सरकार की उपलब्धियों पर जोर दिया गया
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टूरिज्म के विकास, प्रॉपर्टीज और कर्मचारियों के लाभ पर विस्तृत चर्चा
Assembly Discussion on Tourism in Himachal: विधानसभा में हिमाचल प्रदेश टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HPTDC) के अध्यक्ष आरएस बाली ने अपने वक्तव्य में टूरिज्म के विकास, कर्मचारियों के हित और प्रॉपर्टीज से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा की। पर्यटन पर साधे गए विपक्ष के संगीन आरोपों और सवालाें का स्पष्ट सधा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि टूरिज्म प्रदेश की प्राथमिकता है, और इसे मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
आरएस बाली ने बताया कि HPTDC के 1650 कर्मचारी कार्यरत हैं, और जब उन्होंने फरवरी 2023 में चेयरमैन पद संभाला, तब निगम पर 99 करोड़ रुपये की देनदारियां थीं। वर्तमान सरकार ने दो सालों में 35 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जबकि पिछली सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में केवल 29 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।
उन्होंने कहा कि विपिन परमार जो मेरे चाचा जी भी हैंं, उन्होंने कहा टूरिज्म के प्रॉपर्टी बिकने जा रही हैं। हमने दो बीओडी की हैंं, उसमें एक बार भी नहीं कहा कि कोई प्रॉपर्टी बेचनी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि निगम की किसी भी प्रॉपर्टी को बेचने की योजना नहीं है। पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल में छह प्रॉपर्टीज को देने का निर्णय लिया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने प्रॉपर्टीज के रखरखाव और पुनरुद्धार को प्राथमिकता दी है।
आरएस बाली ने बताया कि 2022-23 में HPTDC का टर्नओवर 109 करोड़ रुपये रहा, जबकि 2023-24 में यह 105 करोड़ रुपये रहा। आपदा के बावजूद टूरिज्म सेक्टर में सुधार हो रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि मंडी के क्लब महिंद्रा और जंजहली के होटलों में एडीबी का पैसा लगाया गया है। वहीं, नगरोटा में प्रॉपर्टीज बंद करने की अफवाहों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टीज को पुनर्जीवित करने की योजना है।
इसके अलावा, आरएस बाली ने बताया कि माता का बाग, आर्ट एंड कल्चर सेंटर रजियाना और बलोई में करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई प्रॉपर्टीज को अब चालू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। धर्मशाला में 9.31 करोड़ की लागत से तैयार ट्यूलिप गार्डन को भी टूरिज्म और फॉरेस्ट विभाग को सौंपने पर चर्चा हो रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि निगम ने आपदा के दौरान 109 करोड़ का टर्नओवर हासिल किया, जो HPTDC की कार्यक्षमता और प्रभावशीलता को दर्शाता है।