शिमला के सुन्नी में लुनसु गांव में जंगल मे फैली भीषण अग्निकांड कि चपेट में आने से मकान और पशुशाला जलकर राख हो गई। आगजनी से परिवार के दो सदस्य (दादी-पोती) बुरी तरह झुलस गई। गम्भीर हालत में पहले इन्हें सूनी अस्पताल ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी रैफर किया गया है। वहीं पशुशाला में बंधे चार मवेशियों की जिंदा जलने से मौत हो गई। यह घटना मंगलवार रात की है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अंधड़ की वजह से जंगल की आग फैलते हुए लुनसु गांव में सुरेश कुमार के रिहायशी मकान तक जा पहुंची। इसके बाद गांव में हो-हल्ला मच गया। मकान औऱ पशुशाला आग की लपटों में घिर गई और सुरक्षित बाहर निकलने की कोशिश कर रहीं दादी और पोती बुरी तरह झुलस गईं। इन्हें नागरिक अस्पताल सुन्नी ले जाया गया, जहां से इन्हें आईजीएमसी शिमला रैफर कर दिया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि आगजनी में मालती देवी (67) और उनकी पोती महेश्वरी (17) लगभग 80 फीसदी तक झुलस चुकी हैं और आईजीएमसी में इनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि पशुशाला के पूरी तरह से राख होने इसमें बंधी दो गऊएं और दो बछियों की जिंदा जल कर मौत हो गई। अधिकारी के मुताबिक तेज़ जंगल मे भड़की आग के तेज हवाओं के प्रवाह से मकान और पशुशाला तक पहुंचने से यह अग्निकांड हुआ।