शिमला में पानी को लेकर हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि अब बीजेपी के अपने की ही पार्षदों ने सरकार और नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पहले जहां मुख्यमंत्री के आवास के बाहर पार्षग धरने पर बैठे थे वहीं, अब बीजेपी पार्षद आरती और कमलेश निगम ऑफिस के बाहर अनशन पर बैठ गईं। हालांकि, बाद में डिप्टी मेयर के कहने पर दोनों पार्षदों उठ गई, लेकिन अपनी समस्या को लेकर उन्हें कोई हल नहीं मिला।
पार्षद आरती का कहना है कि मेयर उन्हें मुसीबत में छोड़कर खुद चीन भाग गई है। निगम बीजेपी शासित होने के चलते लोगों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है और कुछ कहने पर लोग मारने पड़ रहे हैं। लोगों का रोष भी जायज है, लेकिन जल्द उन्हें पानी नहीं दिया गया तो जनता उग्र होकर कुछ भी कर सकती है। वे पीछे हटने वाली नहीं है।
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जारी रहा विरोध प्रदर्शन
उधर, पानी को लेकर आज भी चक्का जाम का सिलसिला जारी रहा लोगों ने कालका शिमला NH-5 चक्का जाम कर बंद कर दिया, जिससे घंटो जाम लगा रहा। शिमला के चक्कर में भी पानी न मिलने की वजह से लोगों ने सड़क जाम कर दी। लोगों का कहना है की पिछले दस दिनों से पानी नहीं आ रहा है और जो पानी टैंकरो से आ रहा है उसके लिए घंटो टोकन लेकर लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है। लोगो ने भी पानी के वितरण में खामी का आरोप भी लगाया।