हिमाचल प्रदेश के ठन्डे ही नहीं अब गर्म रहने वाले क्षेत्र में भी हो रही है सेब की पैदाबार। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बागबानों को पौधा लगाकर आठ या दस साल इंतज़ार भी नहीं करना पड रहा है । इसे सच कर दिखाया है जयसिंहपुर के एक व्यवसायी ने पेशे से दुकानदार अजीत वर्मा ने बताया की करीब 6 साल पहले उनके पिता स्व. प्रीतम चन्द घुमारवीं से चार सेब के पौधे लेकर आए थे।
पौधे लगाने के तीसरे वर्ष से ही फल देने लग पड़े और पहले ही वर्ष लगभग 20 किलो के करीब सेब इन पौधों में लगे। हर साल पैदावार बढ़ने लगी और अब इस समय इन पौधों में 60 किलो के करीब सेब लगे हुए हैं जो क्षेत्र के लोगों को ही नहीं बल्कि पक्षियों को भी अपनी और आकर्षित कर रहे हैं।
सेब के पौधों के लाने बारे पूछे जाने पर उन्होंने बताया की रजत बायोटेक दधोल घुमारवीं से सेब के पौधे लिए थे जहां टीसु कल्चर लैब में विषाणु रहित पौधे विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में तैयार किए जा रहे हैं।