2014 से 15 लाख रुपये की आस लगाए लोगों को निराश होने की जरूरत नहीं है। भले ही आपके एकाउंट में यह राशि नहीं पहुंच पायी। लेकिन, दूसरे रास्ते से इससे भी बड़ा इंतजाम हो चुका है। तरीका थोड़ा डिफरेंट है। बिना कमाए-धमाए अगर अमीर बनना चाहते हैं तो आपको 'धन-कुबेरों' की खुफिया सूचना लीक करनी होगी। मसलन किसके पास बेनामी संपत्ति है और किसने काला धन छिपा कर रखा हुआ है यह सूचना इनकम टैक्स डिमार्टमेंट को देनी होगी। इसके बाद आपका करोड़पति बनना तय है।
बेनामी संपत्ति के खिलाफ मुहिम में इनकम टैक्स विभाग (आईटी) ने बड़ा कदम उठाया है। आईटी बेनामी जानकारी स्कीम 2018 का ऐलान किया गया है। इसके तहत बेनामी संपत्ति की सूचना देने वालों को एक करोड़ रुपये तक का इनाम मिलेगा। वहीं, काला धन की सूचना देने वाले को 5 करोड़ तक रुपये मिल सकते हैं।
जी हां, यह ख़बर सौ फीसदी सही है। आयकर विभाग के मुताबिक बेनामी संपत्ति की सूचना बेनामी प्रोबिशन यूनिट्स कमिश्नर को दी जाती है। सूचना देने वालों के नाम का खुलासा नहीं किया जाएगा और गोपनीयता रखते हुए उन्हें एक करोड़ रुपये की इनामी राशि दे दी जाएगी।
ख़ास बात की इस इनाम के हकदार सिर्फ भारतीय नागरिक ही नहीं बल्कि सूचना देने वाले विदेशी नागरिक भी हो सकते हैं। इसका मतलब नाम उजागर करने की प्रतिस्पर्धा भी अंतरराष्ट्रीय दर्जे का हो चुका है। सिर्फ धन-कुबेर की जानकारी लीक करनी है और मामला सही बैठा तो रातों-रात करोड़ों रुपये आपके खाते में तय है।
आईटी ने कालाधन का पता लगाने और टैक्स चोरी रोकने के लिए यह धाकड़ स्कीम लॉन्च की है।