Apna Pustakalaya Campaign: जिला प्रशासन मंडी ने युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा में मोड़ने और इसके सकारात्मक उपयोग के उद्देश्य से ‘अपना पुस्तकालय’ मुहिम शुरू की है। इस पहल के तहत उपमंडल स्तर पर पुस्तकालय स्थापित किए जा रहे हैं, जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र लाभान्वित होंगे।
पुस्तक दान के लिए विशेष अभियान
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने वरिष्ठ नागरिकों, बुद्धिजीवियों और रोजगार प्राप्त कर चुके युवाओं से पुस्तकालयों के लिए पुस्तकें दान करने की अपील की है। प्रशासन ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए बुक कलेक्शन ड्राइव भी शुरू की है। इच्छुक लोग एसडीएम कार्यालय, उपायुक्त कार्यालय या डाक के माध्यम से पुस्तकें भेज सकते हैं।
शिवरात्रि महोत्सव में लगेगा स्टॉल
जिला प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान सेरी मंच पर एक स्टॉल लगाने की योजना बनाई है, जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की पुरानी लेकिन प्रासंगिक किताबें दान की जा सकती हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि पुस्तकें अधिकतम 3-4 वर्ष पुरानी होनी चाहिए और मटमैली या फटी न हों।
पुस्तकालयों का विस्तार जारी
वर्तमान में मंडी जिला के मुख्यालय और उपमंडल स्तर पर पुस्तकालय संचालित किए जा रहे हैं, जहां हजारों विद्यार्थी नीट, जेईई, एनडीए, एचएएस, पुलिस, पटवारी सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। प्रशासन इन पुस्तकालयों को और सशक्त बनाने के लिए मंडी के मिनी सचिवालय, सरकाघाट, करसोग, नेरचौक, सुंदरनगर, धर्मपुर, संधोल, थुनाग, जंजैहली, बालीचौकी, पधर, कोटली और जोगिंद्रनगर में पुस्तकालय स्थापित कर रहा है।
रीडिंग संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा
उपायुक्त ने कहा कि रीडिंग एक आदत है जिसे बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इससे युवा नशे जैसी बुरी आदतों से दूर रहेंगे और ज्ञान अर्जन कर अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकेंगे। उन्होंने बुद्धिजीवियों से आग्रह किया कि वे नई प्रतियोगी पुस्तकें दान करें और इस मुहिम को सफल बनाने में अपना योगदान दें।



