प्रदेश में हो रही बस दुर्घटनाओं का सिरमौर जिले के उपमंडल राजगढ़ में कोई खास असर दिखता नजर नहीं आ रहा है। आलम यह है कि राजगढ़ क्षेत्र में निजी बसों में ओवरलोडिंग की जा रही है। सड़क हादसों से सबक न लेते हुए भी सवारियों को निजी बस की छतों पर सफर करवाया जा रहा है।
बता दें कि कुछ समय पहले ग्राम पंचायत नेई नेटी के समीप एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा 2-3 दिन पहले शिमला-ठियोग-छेला मार्ग पर टिक्कर जा रही एचआरटीसी की बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी थी। इस हादसे में लगभग 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी लेकिन इन हादसों से कोई सबक नहीं लिया जा रहा है।
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मगर फिर भी इन हादसों का राजगढ़ उपमंडल के क्षेत्रों में चलने वाली इन निजी बसों पर कोई खास असर देखने को नजर नहीं आ रहा है। राजगढ़ क्षेत्र में निजी बस मालिक लगातार अपनी बसों में सवारियों को छतों पर भेड़-बकरियों की तरह ठूंस-ठूंस कर भर रहे हैं। चंद पैसों की खातिर यात्रियों की जान को जोखिम में डाल कर ओवरलोडिंग की जा रही है।
वहीं, प्रदेश में जब कहीं भी बस हादसा होता है तो उस वक्त मंत्री व प्रशासन एकदम हरकत में आते हैं साथ ही बडे़-बडे़ कानून बनाने की बातें कहते हैं। मगर जैसे ही समय बीत जाता है, स्थिति पहले जैसी हो जाती है। जिला प्रशासन और पुलिस मात्र मूकदर्शक बन कर एक और बस हादसे का इतजार करते हैं। राजगढ़ क्षेत्र में परिवहन मंत्री के आदेशों की निजी बस मालिक कोई भी परवाह नहीं करते हैं।
वहीं डीएसपी राजगढ़ गुलशन नेगी ने बताया कि निजी बस मालिकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ओवरलोडिंग को लेकर शिकायतें मिल रही हैं। जल्द ऐसे वाहन चालकों समेत मालिकों पर कार्रवाई होगी ताकि ओवरलोडिंग को रोका जा सके।