नवनीत बत्ता ।।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव को देखते हुए सर्वे एजेंसियां ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी हैं। हमीरपुर लोगसभा क्षेत्र में सर्वे एजेंसियों से जो बात बाहर निकल कर आ रही है,उसमें बीजेपी की स्तिथि फिलहाल मजबूत है। वर्तमान सांसद अनुराग ठाकुर की यहां पर स्थिति मजबूत बनी हुई है। इसके पीछे इस क्षेत्र से कांग्रेस का कोई कद्दावर चेहरा नहीं होना बड़ी वजह बताई जा रही है।
लोकसभा क्षेत्र में चल रही कयासों पर अगर गौर करें तो कांग्रेस पार्टी अगर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से मुकेश अग्निहोत्री या फिर बड़सर से विधायक इंद्र लखनपाल जैसे चेहरों को मैदान में उतारती है तो टक्कर जबरदस्त देखने को मिल सकती है। लेकिन, वीरभद्र और सुक्खू गुट में बंट चुकी कांग्रेस का संपूर्ण रूप से यहां ताकत झोंक पाना मुश्किल दिखाई दे रहा है।
बाकी कांग्रेस का मुख्य-धड़ा भी संसदीय स्तर पर चुनौती देने के लिए खुद को मिसफिट पा रहा है। ऐसे चेहरों का अभाव है जो अनुराग ठाकुर के कद के सामने अपनी विश्वसनीयता जाहिर कर सके।
कांग्रेस में एक और सबसे बड़ा चेहरा उभरकर सामने आ रहा है तो वह हैं राजेश धर्माणी। धर्माणी एक युवा नेता भी हैं और अपने व्यवहार तथा सरकार में रहते हुए तेज़-तर्रार कार्यशैली के लिए जाने भी जाते हैं। क्षेत्र में धर्माणी को लेकर भी चर्चा काफी है। लोगों की पसंद में वह भी अगली पंक्ति में शामिल हैं। अलबत्ता धर्माणी का पलड़ा भी भारी दिखाई दे रहा है। बीजेपी के इस किले में सेंध लगाने के लिए धर्माणी एक उपयुक्त योद्धा भी हो सकते हैं।
सांसद अनुराग ठाकुर की बात की जाए तो तमाम कयासों के बीच उनकी स्थिति मजबूत है। लेकिन, भीतरखाने उनकी राह में भी रोड़े कम नहीं हैं। एक शक यह भी है कि कहीं उनके साथ भीतरघात ना हो जाए। क्योंकि, संसदीय क्षेत्र में कई छोटे-छोटे ग्रुप्स भी बीजेपी में बन गए हैं। ऐसे में भीतरघात का खतरा लगातार उन पर भी बना हुआ है।
(उपरोक्त लेख समाचार फर्स्ट के वरिष्ठ संवाददाता नवनीत बत्ता के निजी विचार हैं)