बिलासपुर के पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर ने उनके बेटे के पास चरस मिलने पर बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। समाचार फर्स्ट के साथ बातचीत में पूर्व विधायक ने कहा कि बीजेपी के कुछ नुमाइंदों ने उनके बेटे को नशे के कुएं में धकेला, जिसके चलते ये वाक्या सामने आया है। मेरा मानना है कि मेरा बेटा घूमने गया था। वे अभी 17 साल का है और अडल्ट नहीं है, जिसके चलते साफ जाहिर होता है कि बीजेपी के कुछ लोगों ने उसे जबरन फंसाने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों पहले मैंने बिलासपुर में विशाल रैली की, जिसकी पब्लिसिटी देखते हुए बीजेपी ने उलटे सीधे हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं। जो भी तीन लोग साथ थे उन्होंने आरोप स्वीकार कर लिया है, जबकि उनके बेटे को इस बारे में पता तक नहीं था।
वहीं, मौजूदा विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा है कि पुलिस ने नशे के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान छेड़ रखा है। जो भी नशा करता या सप्लाई करता पकड़ा जाएगा, उसे किसी भी सूरत पर बख़्शा नहीं जाएगा। चाहे वे किसी नेता या अधिकारी का बेटा क्यों न हो, लेकिन नशा मुक्त हिमाचल बनना सरकार का पहला संकल्प है।