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मंत्री के औचक निरीक्षण में स्‍कूल से नदारद चार अध्यापक सस्पेंड, जांच शुरू

पांगी में स्कूल से नदारद चार शिक्षक निलंबित, मंत्री जगत सिंह नेगी ने दिए सख्त आदेश
स्कूल में ताला बंद मिला, बच्चे बाहर खड़े थे, मंत्री ने खुद कराया ताला खुलवाया
एसडीएम पांगी को चार्जशीट करने के निर्देश, विभागीय जांच शुरू


\चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में एक बार फिर शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने वीरवार को मिडिल स्कूल थांदल का औचक निरीक्षण किया, जहां चार शिक्षक ड्यूटी से नदारद पाए गए। मंत्री ने तत्काल चारों शिक्षकों को निलंबित करने और चार्जशीट जारी करने के आदेश एसडीएम पांगी को दिए। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि उनके शिमला पहुंचने से पहले निलंबन आदेश जारी हो जाने चाहिए, अन्यथा सरकार स्वयं कार्रवाई करेगी।

बुधवार को जब मंत्री नेगी पांगी क्षेत्र के दौरे पर थे, उस दौरान ग्रामीणों और अभिभावकों ने रास्ते में उन्हें स्कूल की अनियमितताओं की शिकायत की थी। जब मंत्री स्कूल पहुंचे तो वहां का नजारा चौंकाने वाला था — स्कूल के गेट पर ताला लगा था और बच्चे बाहर इंतजार कर रहे थे

मंत्री ने ताला तुड़वाकर बच्चों को स्कूल के भीतर भेजा, लेकिन चार शिक्षक स्कूल में उपस्थित नहीं थे। केवल एक शिक्षक थोड़ी देर बाद पहुंचा, जिसने देरी से आने पर माफी मांगी, मगर बाकी चार अध्यापक स्कूल नहीं पहुंचे। इस पर मंत्री ने स्पष्ट कहा कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है

एसडीएम पांगी रमन घरसंघी ने बताया कि मंत्री के आदेश के बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और शुक्रवार को चारों शिक्षकों को सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक बलवीर सिंह ने कहा कि मामले में विभागीय जांच बिठाई गई है। उन्होंने बताया कि साच विद्यालय के प्रधानाचार्य को दो दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं।

इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था में ढिलाई और अनुशासनहीनता पर सख्त रुख अपनाए हुए है। पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षकों की अनुपस्थिति न केवल बच्चों की पढ़ाई पर असर डालती है, बल्कि सरकार की योजनाओं को भी कमजोर करती है।