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हिमाचल में दिवाली की रात तबाही की आग, कसोल से रामपुर तक मचा हड़कंप

➤ कसोल के होटल में दिवाली रात लगी भीषण आग, पर्यटक सुरक्षित बाहर निकाले गए
➤ शिमला, रामपुर, सलौणी और कथोण में भी आग की घटनाएं, लाखों की संपत्ति जलकर राख
➤ प्रशासन ने जांच के आदेश दिए, प्रभावित परिवारों को सहायता देने की तैयारी



हिमाचल प्रदेश की दिवाली इस बार खुशियों के साथ-साथ कई जगहों पर आग की घटनाओं से दहशत में भी बदल गई। कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी के कसोल में दीपावली की रात एक होटल में भीषण आग लग गई। रात करीब साढ़े दस बजे अचानक ऊपरी मंजिल से धुआं और लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में होटल के अंदर अफरा-तफरी मच गई। पर्यटक जान बचाने के लिए बाहर भागे। हालांकि, गनीमत यह रही कि किसी की जान नहीं गई।

दमकल विभाग की टीम को सूचना मिलते ही मौके पर भेजा गया। पहाड़ी रास्तों की वजह से पहुंचने में थोड़ी देरी हुई, लेकिन टीम ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस हादसे में होटल की ऊपरी मंजिल पूरी तरह जलकर राख हो गई। फर्नीचर, फैमिली सूट, हॉल और दो स्टोररूम में रखा सारा सामान नष्ट हो गया। विभाग के अनुसार करीब 50 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है, जबकि करीब 5 करोड़ रुपये की संपत्ति समय रहते बचा ली गई। प्राथमिक जांच में आतिशबाजी से आग लगने की आशंका जताई जा रही है।

इसी रात शिमला जिले के बनूटी क्षेत्र में भी तीन दुकानों में आग लगने की घटना हुई। देर रात करीब साढ़े तीन बजे लगी आग ने देखते ही देखते तीनों दुकानें जलाकर राख कर दीं। अग्निशमन विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुट गईं। अनुमान है कि यहां करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ।

रामपुर में नगर परिषद के कचरा प्रबंधन संयंत्र में भी आग भड़क उठी। इस हादसे में लाखों रुपये की मशीनें और सामग्री जल गईं। घटना इतनी भयानक थी कि पूरे इलाके में घना धुआं फैल गया। फायर ब्रिगेड की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। शुरुआती अनुमान के मुताबिक करीब 85 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

सलौणी और कथोण गांव में भी आगजनी की घटनाएं हुईं। सलौणी में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में शॉर्ट सर्किट से आग लगी, जिससे पास की कपड़े और ज्वेलरी की दुकानें भी आंशिक रूप से प्रभावित हुईं। वहीं, कथोण गांव में एक दो मंजिला मकान में आग लग गई। हादसे के वक्त मकान में एक बुजुर्ग महिला अकेली सो रही थीं, जिन्हें ग्रामीणों ने समय रहते सुरक्षित निकाल लिया। मकान की ऊपरी मंजिल का सारा सामान जलकर राख हो गया। प्रशासन ने नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर ली है और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने के निर्देश जारी किए हैं।

दिवाली की इन घटनाओं ने प्रदेश में सुरक्षा और आतिशबाजी के नियंत्रण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने अपील की है कि लोग पर्व के मौके पर सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें, ताकि खुशियों का त्यौहार किसी परिवार के लिए दुख का कारण न बने।