Follow Us:

अयोध्या में रामलला की धर्मध्वजा, PM मोदी कर रहे ध्वजारोहण, 161 फीट ऊंचे दंड पर 21 किलो सोना, जानें और क्‍या है खास

➤ अभिजीत मुहूर्त में राम मंदिर के शिखर पर प्रधानमंत्री ध्वजा फहराएंगे
➤ 161 फीट ऊंचे दंड पर दो किलो की केसरिया ध्वजा, 21 किलो सोने की मढ़ाई
➤ साकेत कॉलेज से रामजन्मभूमि तक रोड शो, अयोध्या 1000 क्विंटल फूलों से सजा


अयोध्या | रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के 673 दिन बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराएंगे। प्रधानमंत्री का विशेष विमान सुबह अयोध्या एयरपोर्ट पर पहुंचा। इसके बाद वे सेना के हेलिकॉप्टर से साकेत कॉलेज पहुंचे, जहां उनका पारंपरिक स्वागत किया गया। यहीं से प्रधानमंत्री ने रामजन्मभूमि तक डेढ़ किलोमीटर लंबा रोड शो शुरू किया।

यह वही ध्वज है, जो राममंदिर के शिखर पर फहराएगा। इसे गुजरात के 6 कलाकारों ने 25 दिन में बनाया है।

रोड शो मार्ग को आठ जोनों में बांटा गया है, जहां महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्याएं फूल, आरती और पारंपरिक थालियों से स्वागत कर रही हैं। पूरी अयोध्या 1000 क्विंटल फूलों से सजाई गई है, जिससे शहर उत्सव में बदल चुका है।

रामलला की सुबह की आरती की गई। रामलला ने सोने और रेशम के धागों से बने पीतांबर वस्त्र धारण किए हैं। यह पोशाक डिजाइनर मनीष तिवारी ने बनाई है।

दोपहर 12:30 बजे अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री मंदिर शिखर पर केसरिया धर्मध्वजा फहराएंगे। इस ध्वजा का वजन दो किलो है और जिस दंड पर यह स्थापित होगी उसकी ऊंचाई 161 फीट है। दंड पर 21 किलो सोने की परत चढ़ाई गई है। ध्वजा विशेष तकनीक से तैयार की गई है, ताकि तेज तूफान में भी सुरक्षित रहे और हवा की दिशा के अनुसार स्वतः घूम सके। यह धर्मध्वजा चार किलोमीटर दूर से भी दिखाई देगी।

रामपथ पर जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं। डीजे की धुन पर कलाकार नृत्य कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में लगभग सात हजार लोगों के उपस्थित रहने की संभावना है। धर्मनगरी में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत भी अयोध्या पहुंच चुके हैं और वे इस ऐतिहासिक ध्वजारोहण के साक्षी बनेंगे। ध्वज स्थापना के साथ ही राम मंदिर को पूर्ण रूप से स्थापित माना जाएगा, जो मंदिर निर्माण यात्रा का ऐतिहासिक क्षण बनेगा।