➤ 5 वर्ष बाद देवगढ़ (बरोट) में देव हुरंग नारायण और देव पशाकोट का अद्वितीय मिलन
➤ बड़े भाई–छोटे भाई माने जाने वाले दोनों देवता एक दिन के लिए आते हैं साथ
➤ अलौकिक मिलन देखने उमड़ा भक्तों का सैलाब, पूरा क्षेत्र हुआ भक्तिमय
ग्राम पंचायत बरोट के देवगढ़ में पांच वर्ष बाद आज अद्वितीय और पौराणिक परंपरा को जीवंत करते हुए दो महाशक्तियों—देव हुरंग नारायण और देव पशाकोट—का मिलन हुआ। मान्यताओं के अनुसार देव हुरंग नारायण राजा कहलाते हैं, जबकि देव पशाकोट वजीर माने जाते हैं। दोनों का आपसी संबंध बड़े भाई (हुरंग नारायण) और छोटे भाई (पशाकोट) का माना जाता है।
परंपरा के अनुसार हर पांच वर्ष में देव हुरंग नारायण एक दिन के लिए छोटे भाई देव पशाकोट के यहां मेहमान बनकर आते हैं। इस दौरान देवताओं के रथ, ढोल-नगाड़ों और देव विधानों के साथ अत्यंत पवित्र वातावरण बनता है।
देवगढ़ में आज दोनों देवताओं का यह अलौकिक संगम देखने को मिला। मिलन के साथ ही पूरा क्षेत्र भक्ति और आध्यात्मिक उल्लास से भर उठा। भक्तों की बड़ी संख्या इस दिव्य परंपरा का साक्षी बनने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देवस्थल में उमड़ पड़ी।



