ठियोग में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंच से ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू पर तंज कस दिए। उन्होंने प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल की मौजूदगी में कहा कि कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करना और विरोध जताना वीरता नहीं है। बल्की यह कायरता है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ऐसा ही कर रहे हैं। सड़कों पर उतरने के बजाय पार्टी कार्यालय के बाहर धरना देना कोई बहादुरी नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यकर्ताओं को संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए। इसमें लाठियां और गोलियां भी खानी पड़े तो तैयार रहें। उन्होंने पुराने दौर का बखान करते हुए कहा कि एक वक्त में पुलिस वाले हमारे जेल भरों आंदोलन से परेशान रहते थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बीजेपी से नहीं हारी… बल्कि पार्टी के बेवकूफियों की वज़ह से हारी है। कुछ लोगों के कहने पर सही लोगों को टिकट नहीं दिया गया, जो पार्टी की हार का सबसे बड़ा कारण है। आगामी लोकसभा चुनाव यदि कांग्रेस को फतह करना है तो जीतने वाले कैंडिडेट्स को टिकट देना होगा।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि टिकट वितरण का सिर्फ एक ही पैमाना होना चाहिए और वह कैंडिडेट की जीतने की संभावना। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में टिकट का बंटवारा इसी आधार पर होना चाहिए। साथ ही इस पैमाने में पार्टी के लिए वफादार और श्रद्धा रखने वालों पर खास तवज्जो दी जानी चाहिए।