हिमाचल प्रदेश बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कार्यकर्ताओं ने जयराम सरकार की लीगल एडवाइजरी नियुक्तियों पर सवाल उठाए और मंत्री से मिलकर इसपर रोष जाहिर किया। कार्यकर्ताओं ने धांधली के आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार ने उन लोगों की नियुक्तियां की, जिन्होंने चुनावों में पार्टी विरोधी काम किया है। जबकि जिन लोगों ने पार्टी के लिए दिन रात एक किया, उनका किनारा किया।
कार्यकर्ताओं के विरोध पर मंत्री राजीव सैजल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर सरकार से वकालत की जाएगी और यदि ऐसा हुआ है तो वे खुद पूछताछ करेंगे। गौरतलब है कि सरकार ने विभिन्न विभागों में लीगल एडवाइजरों की नियुक्तियों का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिसपर बवाल खड़ा होता नज़र आ रहा है।
केसीसी बैंक में हुई गड़बड़ियों की होगी विजिलेंस जांच
राजीव सैजल ने कहा कि केसीसी बैंक में विभिन्न स्तरों पर व्यापक अनियमितताएं सामने आई है। उनकी पूरी जांच होगी जो दोषी होगा उनको बख्शा नही जाएगा। क्योंकि केसीसी बैंक में हुई नियुक्तियों में बहुत बड़ा घपला हुआ है। उन्होंने साफ किया कि विभागीय जांच में कई गड़बड़ियां पाई गई थी जिसको देखते हुए अब इसकी विजिलेंस जांच के आदेश जारी कर दिए गए है। इसके अलावा केसीसी बैंक बीओडी मामले में कोई राहत किसी को नही मिली है।अब बीओडी के सदस्यों को विशेष नोटिस जारी किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बढ़ती महिलाओं व युवतियों से छेड़छाड़ को रोकने के लिए हिमाचल सामाजिक न्याय एवम अधिकारिता विभाग ने फॉर्मूले पर काम कर रहा है। जिसके तहत संस्कार वाले युवाओं और सहकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। हर साल जिस छात्र का व्यवहार क्लास में छात्राओं के साथ बेहतर आंका जाएगा उस छात्र को सम्मानित किया जाएगा।
इसके अलावा सरकारी और गैर सरकारी विभागों में भी बेहतर सहकर्मियों को सम्मनित करने की योजना बनाई जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग की भी मदद ली जाएगी।