देश में मॉब लिन्चिंग के नाम पर कैसे मानवता का कत्ल किया जा रहा है यह देश की जनता से छुपा नही है। ऐसा ही मामला राजस्थान के अलवर का है, जहां एक 31 वर्षीय युवक रकबर की कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस हत्या को लेकर सबसे अधिक पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान पुलिस पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला है। विपक्ष ने सोमवार को भी संसद में अलवर मॉब लिन्चिंग का मामला उठाया और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला।
'यह मोदी का न्यू इंडिया, जहां मानवता की जगह नहीं'
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि,'अलवर में पुलिस वालों ने मॉब लिन्चिंग के शिकार रकबर खान को महज 6 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचाने में 3 घंटे लगाए, जबकि पीड़ित मरणासन्न था। क्यों? उन्होंने रास्ते में टी-ब्रेक भी लिया। यह मोदी का क्रूर 'न्यू इंडिया' है, जहां मानवता की जगह नफरत ने ले ली है और लोगों को कुचला जा रहा है, मरने के लिए छोड़ा जा रहा है।'
वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने भी घटना का संज्ञान लिया है जिसमें अलवर पुलिस की घोर लापरवाही की बात कही गई है। कटारिया ने कहा, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने में देरी की। हम इन सूचनाओं की सत्यता की जांच कर रहे हैं और अगर यह सच पाई गई तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
'अलवर में पिछले साल भी हुई थी मॉब लिन्चिंग'
जानकरी के मुताबिक पुलिस ने जख्मी रकबर उर्फ अकबर खान को अस्पताल पहुंचाने में 3 घंटे की देरी की, जबकि मौके पर मिलीं गायों को सबसे पहले गोशाला पहुंचाया गया। शुक्रवार को 31 साल के अकबर खान उर्फ रकबर को कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था, जिनकी बाद में मौत हो गई। पिछले साल भी राजस्थान के अलवर में पहलू खान नाम के एक डेयरी कारोबारी की हिंसक भीड़ ने गोतस्करी के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।