लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र हिमाचल प्रदेश बीजेपी में बड़े फेरबदल की संभावना है। दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती का 20 सूत्रीय कार्यक्रम में अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है, इसलिए उनका बतौर अध्यक्ष कार्यक्रम ख़त्म होने वाला है। ऐसे में बीजेपी लोकसभा चुनावों के लिए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को दे सकती है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे में इस बदलाव पर फाइनल मुहर लग सकती है। क्योंकि, लोकसभा चुनाव में बीजेपी धूमल की लोकप्रियता पर भी मास्टर स्ट्रोक खेलेगी। वैसे ये कहना भी ग़लत नहीं होगा कि धूमल ही एक ऐसे नेता है जो प्रदेश अध्यक्ष के लिए फिट बैठते हैं, क्योंकि उन्होंने दो बार बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश को लीड किया है। ऐसे में उन्हें अधिकांश क्षेत्रों को निरीक्षण करने की जरूरत नहीं… सूत्र तो ये भी बता रहे हैं कि हाईकमान ने भी धूमल के नाम पर सहमति बना ली है।
धूमल गुट का मिलेगा फायदा
बीजेपी के इस मास्टर स्ट्रोक से जहां धूमल के समर्थक पार्टी के लिए मिशन-2019 के लिए काम करेंगे, वहीं धूमल गुट के जो बाकी नेता हैं उनका फायदा भी पार्टी को मिलेगा। याद रहे कि धूमल के मुख्यमंत्री न बनने पर कई नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी और उन्हें अपने क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया था। यदि ऐसा हुआ तो लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र बीजेपी का ये मास्टर कार्ड मसीहा साबित हो सकता है।