हिमाचल प्रदेश सरकार से आश्वासन मिलने के बाबजूद स्थायी निति न बनाए जाने से खफा परिवहन निगम के प्रशिक्षित परिचालकों ने विधानसभा के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल पर बैठे परिचालकों ने सरकार पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाया है।
परिचालकों का कहना है कि 3 महीने बाद भी कोई नीति नहीं बनाई गई है इसलिए उन्हें फिर से भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है। प्रशिक्षित परिचालक संघ का आरोप है कि सरकार द्वारा 67 परिचालकों की ही सेवाएं ली जा रही है जबकि पूरे प्रदेश में 5500 प्रशिक्षित परिचालक हैं।
सरकार ने करीब साढ़े पांच हजार युवाओं को कौशल विकास भत्ते के तहत कंडक्टर का प्रशिक्षण दिया है। 3 साल से दिन-रात काम करने के बावजूद सरकार उनके बारे में कुछ सोच नहीं रही हैं।