हिमाचल प्रदेश की सोशल मीडिया में सनसनी नाम से मशहूर नीरज भारती एक बार फिर से चर्चा में हैं। कांगड़ा जिला के ज्वाली से पूर्व कांग्रेस विधायक और सीपीएस नीरज भारती ने फिर से सोशल मीडिया पर अपना मोर्चा खोल दिया है। इस बार उनके निशाने पर कांगड़ा जिला के ही एक पूर्व विधायक और मंत्री हैं। हालांकि, नीरज भारती ने वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे नेता के नाम का खुलासा नहीं किया।
नीरज भारती ने अपने और जीएस बाली के साथ हुए ख़राब रिश्तों के लिए इन्हीं हजरात को को जिम्मेदार बताया है। समाचार फर्स्ट के साथ इंटरव्यू में पहले ही भारती ने उसी नेता को कांगड़ा के वरिष्ठ नेताओं के बीच फूट डालने का जिम्मेदार बताया था।
नीरज भारती पर वीरभद्र सिंह के क़रीबी रहते हुए पूर्व मंत्री जीएस बाली के साथ हाथ-मिलाने पर कांग्रेस के भीतर ही कुछ जमातें सवाल उठा रही थीं। इस पर नीरज भारती ने लिखा, ''कांग्रेस के कुछ साथी सोच रहे हैं कि मैं राजा वीरभद्र सिंह के साथ होते हुए भी बाली जी के पास गया। तो मैं उनको बता देना चाहता हूं कि आदरणीय राजा साहब भी बाली जी के पास आते-जाते रहते हैं।"
भारती सवाल उठाते हुए कहते हैं कि उन्होंने गलतफहमी की वजह से जीएस बाली के बारे में गलत टिप्पणी की थी। लेकिन, अब वह दूर हो गई है। एक बार फिर उन्होंने इस गलतफहमी के लिए कांगड़ा के उसी कांग्रेस नेता को (नाम नहीं लिया) जिम्मेदार बताया है।
कांगड़ा के अमुक नेता को भारती की चुनौती
फेसबुक पोस्ट में भारती ने कांगड़ा जिला के उस अमुक पूर्व मंत्री पर लोगों को भड़काने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा है, '' अब कांगड़ा से कांग्रेस का चाणक्य कहे जाने वाला पूर्व मंत्री मेरे विधानसभा क्षेत्र में मेरे अपने कुछ लोगों से संपर्क कर रहा है कि नीरज भारती के खिलाफ आओ। तो उस पूर्व मंत्री को मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरा कुछ जाएगा नहीं और तेरा कुछ बचेगा नहीं"
नीरज भारती ने आगे लिखा है कि जिनसे पूर्व मंत्री संपर्क कर रहा है, वहीं मेरे भाई, मेरे दोस्त, मेरे साथी मुझे उसकी सारी बातें बता रहे हैं।
गौरतलब है कि नीरज भारती कांग्रेस के पूर्व सासंद चंद्र कुमार के बेटे हैं और ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं। उनकी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली के बीच की तल्खियां पहले अक्सर सुर्खियों में बनी रहती थीं। लेकिन, जीएस बाली के जन्मदिन पर पहुंचकर ना सिर्फ उन्होंने बधाई दी…बल्कि गले मिलकर डांस भी किया। इस दौरान उन्होंने नगरोटा बगवां में मंच से बाली परिवार के साथ हुए मतभेद के लिए कांगड़ा के तीसरे नेता को जिम्मेदार बताया। हालांकि, उस दौरान भी उन्होंने उस नेता का नाम नहीं लिया था। लेकिन, समझने वाले उनके एंगल को बाखूबी पकड़ रहे हैं।