रोहड़ू में के करछड़ी गांव में डबल मर्डर केस में नया मोड़ आ गया है। इस मामले को जातिवाद से जोड़ा जा रहा है। मृतक जोबनु राम के परिजनों का आरोप है कि उच्च जाति के लोग उन पर नगाड़े उठाने का दबाव बनाते रहे थे। इसको लेकर दोनों जाति के लोगों में झगड़ा चला हुआ था। जोबनु राम के मर्डर को परिजनों ने सोची-समझी हत्या करार दिया है।
जोबनु राम के भतीजों फ़कीर चंद और भजन दास ने बताया कि 5 साल पहले उच्च जाति के लोगों ने उनके साथ मारपीट की थी। इसको लेकर शिमला कोर्ट में 2013 से केस चल रहा है। बुधवार को इस केस की सुनवाई थी और इससे एक दिन पहले उनके ताया की हत्या कर दी गई। इससे की उनके परिवार वाले अब दहशत में है। उन्होंने कहा कि पहले भी उच्च जाति के लोग उनको मारने की धमकी देते रहते थे।
गौरतलब है कि रोहड़ू के करछड़ी गांव में कडंमचड़ी टिक्कर निवासी एक युवक ने दो बुजुर्गों की हत्या कर दी थी। इनमें एक नेपाली मूल का है, जबकि एक बुजुर्ग स्थानीय है। आरोपी युवक ने दो बुज़ुर्गों पर दराट से वार करके सिर धड़ अलग कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी युवक ने को गिरफ्तार कर लिया है।