राज्यसभा में सियासी जंग का शंख बज चुका है। उच्च सदन में उपसभापति पद के लिए आज चुनाव होंगे। मोदी सरकार और विपक्ष ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की तरफ से जद(यू) के राज्यसभा सांसद हरिवंश नारायण सिंह जबकि पक्ष की तरफ से कांग्रेस सांसद बीके हरिप्रसाद मैदान में होंगे।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस दोनों ही जीत का दावा कर रही हैं, लेकिन बीजू जनता दल की ओर से हरिवंश सिंह का समर्थन किए जाने के ऐलान के बाद एनडीए का पक्ष मजबूत नजर आ रहा है। बता दें कि राज्यसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 244 है। बीजेपी के गणित के मुताबिक हरिवंश सिंह को उच्च सदन के 126 सदस्यों का समर्थन मिलने जा रहा है। वहीं विपक्ष के आंकड़े बताते हैं कि कांग्रेस के उम्मीदवार हरिप्रसाद को 111 वोट मिलने के आसार हैं।
भाजपा के दावे का आधार
हरिवंश सिंह को एनडीए के 91 सदस्यों का वोट मिलना तय है। बीजेपी को उम्मीद है कि तीन मनोनित सदस्यों के अलावा समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद अमर सिंह का भी समर्थन मिलेगा। साथ ही AIADMK के 13, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के 6, वाईएसआर कांग्रेस के 2, और INLD के एक सदस्य का समर्थन मिलने की उम्मीद है। इन सभी को जोड़कर कुल वोट 117 हो रहे हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने भी जदयू सदस्य के समर्थन की घोषणा की है। बीजद के 9 सांसदों के समर्थन के बाद एनडीए उम्मीदवार के वोट 126 हो जाएंगे।
कांग्रेस का दावा और संख्याबल
संख्याबल के लिहाज से यूपीए के उम्मीदवार का पलड़ा हल्का नजर आ रहा है। हरिप्रसाद को कांग्रेस के 61 वोटों के अलावा तृणमूल कांग्रेस और सपा के 13-13, टीडीपी के 6, माकपा के 5, बसपा और द्रमुक के 4-4, भाकपा के दो और जेडीएस के 1 सदस्य का समर्थन मिलने की उम्मीद है। इसे जोड़ने पर यह संख्या 109 होती है। अगर एक मनोनित और एक निर्दलीय सदस्य ने भी समर्थन कर दिया तो यह संख्या 111 तक ही पहुंचती है।
वहीं आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने समर्थन के लिए नीतीश कुमार के अनुरोध को ठुकराया दिया है और मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। जबकि पीडीपी की तस्वीर अभी तक साफ नहीं है।