हमीरपुर के गांधी चौक पर कुछ बुजुर्ग पिछले कल बुधवार से अनशन पर बैठे हैं और इनपर कोई ध्यान नहीं दे रहा। दरअसल, ये यहां अनशन पर अपने निजी काम के लिए नहीं, बल्कि सरकारी भूमि में राजस्व विभाग के कारनामों के विरोध में बैठे हैं। इन बुजुर्गों का आरोप है कि राजस्व विभाग ने सरकारी भूमि को बड़े लोगों को ग़लत ढंग से बेच दिया और इसके सारे रिकॉर्ड तबाह कर दिए।
अनशन पर बैठे फिल्लू राम का कहना है कि 2006-07 में हुए बंदोबस्त में 1965-66के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ की गई है। इस बार में फिल्लू राम ने एक शपथपत्र भी जाम करवाया है और कई दफा जिला प्रशासन को भी इस बारे में आगाह कर जांच की बात कही है। फिल्लू राम ने चेतावनी दी कि अग़र उनकी कोई सुनवाई जल्द नहीं होती तो वे अनिश्चित काल अनशन पर बैठ जाएंगे।
यहां हैरानी की बात ये है कि ये लड़ाई फिल्लू राम उनके साथी निजी भूमि के लिए नहीं बल्कि सरकारी भूमि के लिए कर रहे हैं। जो लोग इस भूमि को लेकर राजस्व विभाग के चिट्ठे खोल रहे हैं उनका इस भूमि से लेना-देना तक नहीं है। यहां सिर्फ बात आ रही है तो भ्रष्टाचार को उजागर करने की, जिसके लिए ग्रामीण बुजुर्ग 75 घंटे की हड़ताल पर हैं। वहीं, इस मामले में SDM हमीरपुर शिल्पी का कहना है कि मामले में जांच चल रही है। जांच के बाद ही मामला स्पष्ठ हो सकेगा और तब तक कार्रवाई नहीं हो सकती।