ऊना कांग्रेस सम्मेलन में हुए हंगामे को बीजेपी ने गुटबाजी का एग्सांपल करार दिया है। प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्मों में जिस तरह कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की जाती और फिर उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है, इससे उनकी गुटबाजी के हाई-लेवल का पता चलता है। बीजेपी को कुछ बोलने से पहले कांग्रेस को अपने गिरेवान में झांकना चाहिए।
प्रभारी रजनी पाटिल के बयानों का पलटवार करते हुए सत्ती ने कहा कि गुटबाजी जहां होती है, वहीं नज़र आती है। ऊना में कांग्रेस ने वीरभद्र-सुक्खू वॉर के बाद एक और युद्ध छेड़ा है। रही हमारी हार-जीत की बात तो ये प्रदेश की जनता पर डिपेंड करता है और आगामी लोकसभा चुनावों में एक बार फिर बीजेपी कांग्रेस को असलीयत दिखाएगी। बीजेपी एक होकर काम कर रही है और अमित शाह के दौरे में पार्टी जोरदार तरीके से ग्राउंड पर आएगी।
वीरभद्र के बयान पर विधायक का निशाना
वहीं, वीरभद्र के न्यौता न देने के बयान पर बीजेपी विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की हार अभी से उनके भाषणों में छलकती है। बीजेपी में सभी लोग एक साथ होकर सहमति से काम करते हैं, जबकि कांग्रेस के मुख्य चेहरे संगठन के न्यौते को ही देखते रहते हैं। कांग्रेस नेताओं की स्थिती 'अपनी डफली, अपन राग' जैसी हो चुकी है।
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