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निजी अस्पताल में मरीज की जिंदगी से खिलवाड़, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सील करने के दिए आदेश

मृत्युंजय पूरी |

हेल्थ कार्ड  से फर्जी रुप में पैसे निकलबाने और लोगो की जिन्दगियों से खिलवाड़ करने को लेकर कांगड़ा के राजा का तालाब (रैहन) में एक निजी सूर्या अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार के आदेशों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के खिलाफ शिकायत किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बता दें कि कल इंदौरा में होने वाले राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिरकत करने के लिए सीएम जयराम ठाकुर यहां पहुंचे हैं। उनके स्वागत को रैहन ग्राउंड में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने सीएमओ कांगड़ा व एसपी को निजी अस्पतालो के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए।

स्वास्थ्य मंत्री ने दो टूक कहा कि अगर अस्पताल सील करना पड़े तो किया जाए व मामले में एफआईआर दर्ज हो। इसके लिए उन्होंने सीएमओ डॉ. आरएस राणा को पुलिस को शिकायत सौंपने व जिलाधीश कांगडा व एसपी कांगडा को कार्यवाही के लिए कहा। मंत्री के आदेशों के बाद सीएमओ ने बीएमओ को शिकायत करने के आदेश जारी कर दिए हैं। सीएमओ डॉ. आरएस राणा ने कहा कि मंत्री के आदेशों के बाद निजी अस्पताल के खिलाफ शिकायत सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही शिकायत पुलिस को सौंपी जाएगी। वहीं, एसपी कांगड़ा संतोष पटियाल ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

ये था मामला

हाल ही में राजा का तालाब के निजी सुर्या अस्पताल का दो मामले सामने आये है। इसमें निजी  सुर्या अस्पताल ने एक व्यक्ति के पेट का ऑपरेशन किया और प्लास्टिक के कवर से टेप लगामर पेट को बंद करने की कोशिश की गई। तो बही इंदौरा के कैहरी की किरण देवी का गल्त अप्रशेन कर डाला था जिस कारण उस महिला को कैंसर हो गया था । जिसक शिमला आईजीएमसी मे उपचार चल रहा है ।

वही  नूरपुर उपमण्डल  के परड़ूही गांव के कर्म चंद को अचानक पेट में दर्द हुई तो परिवार के सदस्य 11 जुलाई को उन्हें फतेहपुर के एक निजी अस्पताल में ले गए। चिकित्सकों ने भी ऑपरेशन कर दिया। टांके खोलकर उन्हें घर भेज दिया गया, लेकिन वह पूरी रात सो नहीं पाए।

जहां ऑपरेशन के लिए चीरा लगाया था वहां से पेट खुल गया था। पेट से निकल रहे पानी से पूरा बिस्तर गीला हो गया। दूसरे ही दिन परिजन उन्हें दोबारा निजी अस्पताल ले आए। 10-12 दिन तक वहां दाखिल रखा। लेकिन जब चिकित्सकों के हाथ खडे़ हो गए तो परिजनों को बताया कि इन्हें टांडा रेफर किया जा रहा है। परिवार के सदस्यों के साथ निजी अस्पताल का एक डॉक्टर डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में कर्म चंद को भर्ती करवा गया है।

25 जुलाई से कर्म चंद टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। मनरेगा के तहत बने हेल्थ कार्ड में सिर्फ 1500 रुपये बचे हैं। बाकी लगभग 28500 रुपये फतेहपुर के अधीन इस अस्पताल ने उड़ा लिए। वहीं, एक और मामला भी सामने आया है। सुग भटोली इंदौरा की एक महिला ने सीएम जयराम ठाकुर से इस बाबत शिकायत की है और अस्पताल को बंद करने की मांग की है।