खराब सेहत के चलते दिल्ली के एम्स में भर्ती देश के पूर्व प्रधानंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जल्द स्वस्थ होने को लेकर मनाली में लोगों ने अपने ईष्ट की प्रार्थना की। बता दें कि पर्यटन नगरी मनाली से भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी का गहरा नाता रहा है। अटल मनाली को अपना दूसरा घर मानते हैं और अक्सर सूकून के पल बिताने यहां आया करते थे।
प्रीणी में है वाजपेयी का घर
अटल बिहारी वाजपेयी को मनाली इतना भाया कि उन्होनें यहां से करीब चार किलोमीटर दूर प्रीणी गांव में अपना घर बनाया है। जब भी वह मनाली आते थे तो अपने इसी घर मे सुकून के पल बिताया करते थे। उनका कुल्लू के प्रति अपार स्नेह जगजाहिर है।
पीएम रहते दस दिन यहां से चलाई थी सरकार
वह जब भारत के प्रधानमंत्री थे तो उस समय उन्होने लगभग दस दिन तक यहां से अपनी सरकार चलाई थी। प्रीणी गांव के लोगों को इस बात का गर्व है कि भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी का यहां घर हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जब तक स्वस्थ थे, तो उनका यहां आना जाना लगा रहता था।
अंतिम बार 2006 में यहां आए थे
वह अंतिम बार वर्ष 2006 में मनाली स्थित प्रीणी में अपने घर आये थे और इसके बाद उनका कभी यहां आना मुनासिब नहीं हुआ है। हाल ही के दिनों में जैसे ही अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य खराब होने की सूचना यहां की जनता को मिली तो सभी गांववासीयों ने अपने आराध्य देव के समक्ष वाजपेयी के जल्द ठीक होने और उनकी लम्बी आयु की प्रार्थना की।
काफी मिलनसार है पूर्व पीएम-पूर्व प्रधान
गांव के स्थानीय ने लोगों कहना कि अटल बिहारी वाजपेयी का उनके गांव से खासा प्रेम रहा है। वह जब भी यहां आते थे तो सभी उनसे मिलने उनके घर जाया करते थे। उन्हें कभी भी ऐसा नहीं लगा कि वह भारत के प्रधानमंत्री से मिल रहे हों।
वहीं अटल उनसे अपने गांव के व्यक्ति की तरह मिलते रहे हैं और उनका भी गांव वासियों के घरों में खूब आना जाना हुआ करता था। स्थानीय लोगों ने कहा कि आज भी प्रीणी गांव की जनता अटल बिहारी वाजपेयी का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। साथ ही दुआ कर रही है वह जल्द स्वस्थ हों जाए।