विश्व इतिहास में ऐसे बहुत कम मौके होते हैं जब किसी राजनेता के निधन पर पक्ष और विपक्ष दोनों की आंखों में आंसू हों। ऐसे ही स्टेट्समैन रहे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहांत से समूचा भारत दुखी है। उनकी लोकप्रियता का ही असर है कि मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता भी उन्हें याद करके गमगीन हो रहे हैं। हिमाचल कांग्रेस के भी बड़े दिग्गजों ने अटल जी के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया।
पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह
हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने इसे भारतीय राजनीति और देश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है।
पूर्व मंत्री जीएस बाली
हिमाचल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे जीएस बाली ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि अटल जी उन शख्सियतों में से थे जो किसी पार्टी विशेष नहीं बल्कि सभी के लिए आदर्श थे। वह जब भी मनाली आते थे तो सभी दलों के नेताओं से समान स्नेह के साथ मिलते थे। उनकी गुजरने से भारतीय राजनीति के एक युग का अंत हो गया है। यह क्षति अब कभी पूरी नहीं की जा सकती।
पीसीसी प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी अटली जी के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश के लिए काम करने की निष्ठा अटल जी से सीखी जा सकती थी। राजधर्म के उपदेशक को देश याद रखेगा…।
सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री
कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री के देहांत को देश और राजनीति के लिए बड़ा झटका बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति के एक बेहतरीन युग का अंत हुआ है। घृणा और द्वेश से परे राजनीति के लिए अटल जी सदा याद रखा जाएगा।
इन नेताओं के अलावा पूर्व मंत्री धनीराम शांडिल,रामलाल ठाकुर,नन्द लाल,मोहन लाल ब्राक्टा, इन्दरदत्त लखनपाल समेत तमाम कांग्रेस संगठन से जुड़े नेताओं ने शोक जाहिर किया है।