मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर वाॉकआउट किया। सच में ही ये आंकड़े हिमाचल में कानून व्यवस्था की खस्ता हालात की कहानी बयां कर रहे हैं । पुलिस क्या कर रही है? इसके ऊपर सबसे बड़ा सवाल है। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में बीजेपी सरकार के महज 7 माह के अल्प कार्यकाल में ही 64 मर्डर हो चुके हैं।
हत्या के प्रयास की 35, रेप की 196 घटनाएं, व्यभिचार कि 283, दहेज उत्पीड़न के 2, महिला उत्पीड़न 98, छेड़खानी के 333, दुखी करने के 322, चोरी डकैती के 282, सड़क हादसों के 1815, चोरी- छीनाझपटी के 427, रॉबरी के 5, नशा तस्करी के 788 मामले और एससी एसटी के 53 और आबकारी कराधान के 1617, वन काटुओं के 181 सहित 11,651 मामले दर्ज हो चुके हैं। ऐसे में राज्य में कानून व्यवस्था की दशा और दिशा का खुद ही पता चलता है।