बिलासपुर में टोल बैरियर गरामौड़ा को पंजाब-हिमाचल बॉर्डर यानी वास्विक सीमा पर अभी तक शिफ्ट नहीं किया गया। इस संदर्भ में लोगों ने बीजेपी के जनमंच कार्यक्रम और ई-समाधान पोर्टल में शिकायत भी की थी, लेकिन अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां बैरियर होने से दुर्घटनाओं को न्यौता मिल रहा है और कई हादसे पेश आ चुके हैं। इन सब के बावजूद भी टोल बैरियर के कारिंदे एक नहीं सुनते।
क्या है मामला…?
दरअसल, बिलासुपर में हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर टोल बैरियर था जो कि पहले बिल्कुल सीमा पर था। लेकिन अब उसे दोनों राज्यों की सीमा से हटाकर हिमाचल की ओर 2 किलोमीटर अंदर लगाया गया है, जहां हाईवे काफी तंग है। मौजूदा जगह पर एक ओर ग़हरी खाई है तो दूसरी ओर पहाड़ी कटिंग काम चला है, जिसपर लोगों ने टोल बैरियर आगे लाने पर रोष जाहिर किया है।
ग्राम पंचायत रीह की प्रधान कल्पना शर्मा ने बताया कि कई बार उक्त स्थान पर वाहन चालकों औऱ टोल बैरियर कर्मियों में मारपीट जैसी घटनाएं भी घट चुकी है। इससे स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त माहौल की वजह से उनके बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। इसलिए टोल बैरियर गरामौडा को उक्त स्थान से स्थानान्तरित करके पंजाब-हिमाचल की सीमा पर एंट्री प्वाइंट पर लगाया जाए। वैसे भी टोल बैरियर को सीमा पर रखा जाता है, जबकि यहां अपनी मर्जी चल रही है।