शिमला में युवा कांग्रेस पर हुए लाठीचार्ज का मुद्दा जहां कांग्रेस जोर-शोर से उठा रही है। वहीं, बीजेपी का एसटी विंग इस मुद्दे पर ही कांग्रेस पर पलटवार किया है। पालमपुर में आयोजित एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बीजेपी अनुसूचित जनजाति समुदाय के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने धर्मशाला में गद्दी समुदाय पर हुए लाठीचार्ज का हवाला पेश किया है।
उन्होंने कहा कि 2017 में वीरभद्र सिंह की सरकार थी और धर्मशाला में अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाले गद्दी समुदाय पर जमकर लाठियां भांजी गईं। ये लाठियां वीरभद्र सिंह के निर्देश पर गिरीं। उन्होंने कहा कि एसटी समुदाय को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा 2017 में दिए गए बयान पर अनुसूचित जनजाती राष्ट्रीय आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है। इसे लेकर आयोग ने जो संकेत दिए हैं उससे आने वाले समय में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को सजा हो सकती है।
त्रिलोक कपूर ने कहा कि आयोग ने आदेश दिया है कि इस घटना की न्यायिक जांच आईजी स्तर के अधिकारी से करवाई जाए और वीरभद्र सिंह ने जो समुदाय विरोधी बयान दिया है वो एससी/एसटी एट्रोसिटी एक्ट के दायरे में आता है। इसके तहत मुकदाम दर्ज किया जाए। आयोग ने यह निर्देश भी दिया है कि जो झूठे मुकदमे घायल प्रदशर्नकारियों पर बनाए गए हैं उन्हें वापिस लिया जाए और उन्हें उचित मुआवजा भी दिया जाए।