बुधवार का दिन रुपये के लिए बुरी ख़बर लेकर आया। डॉलर के मुकाबले रुपये में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई। वैसे तो काफी समय से रुपये में गिरावट का दौर जारी है। लेकिन, इस दफे कारोबार के दौरान रुपया बुरी तरह धड़ाम हो गया और 70.52 के स्तर पर पहुंच गया। यानी एक डॉलर की कीमत 70.52 रुपये हो गई। ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा लगातार देखा जा रहा है। इसके अलावा आयात मंहगा होने से कई प्रॉडक्ट्स की कीमतें भी महंगी हो सकती हैं।
आर्थिक जानकारों का कहना है कि यह पहली बार है, जब रुपया एक डॉलर के मुकाबले इतना कमजोर हुआ है। यह क्रम आयातकों की तरफ से महीने के आखिर में यूएस डॉलर की डिमांड बढ़ने की वजह से पेश आया है।
गौरतलब है कि इंटरनैशनल लेवल पर जिस तरह का इकोनॉमिक वॉर गेम चल रहा है, उसका खामियाजा दुनिया के दूसरे देश उठा रहे हैं। इनमें चीन और अमेरिका का प्रभाव काफी हद तक देखा जा रहा है। मजबूत होते डॉलर और तुर्की में जारी आर्थिक संकट के चलते जो व्यापारिक समीकरण बन रहे हैं, उसने भारतीय रुपये को लगातार कमजोर करने का काम किया है।