कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी और राफेल डील पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी छोटे कारोबारियों और दुकानदारों को खत्म करके बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया। राहुल गांधी ने सीधे पीएम मोदी का नाम लेकर कहा, ''मैं युवा, छोटे कारोबारियों और दुकानदारों से कहना चहूंगा कि प्रधानमंत्री ने अपने चहेते उद्योगपतियों को संकट से उबारने के लिए नोटबंदी लागू की।"
राहुल गांधी ने कहा, "सबसे बड़े क्रोनी कैपिटलिस्ट (सरकार के साथ घालमेल वाले पूंजीपति) पर काफी ज्यादा नॉन-परफॉर्मिंग एसेट था। मोदी जी ने देश का पैसा लेकर सीधा हिंदुस्तान के बड़े क्रोनी-कैपिटलिस्ट की जेब में डाल दिया। नोटबंदी के वक्त नरेंद्र मोदी के मित्रों ने काले धन को सफेद में बदलने का काम किया।"
नोटबंदी के दौरान काले धन को सफेद में बदलने के लिए राहुल गांधी ने गुजरात कॉपरेटिव बैंक का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि जिस बैंक के अमित शाह डायरेक्टर हैं। उस बैंक से 700 करोड़ नोट बदले गए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पीएम नरेंद्र मोदी की गलती नहीं, बल्कि बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए उठाया गया कदम था। पंद्रह- बीस क्रोनी-पूंजीपतियों के काले धन को सफेद करने का काम किया गया। इसका खामियाजा मिडल साइज बिजनेस मैन, दुकानदार और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले युवाओं को भुगतना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी ने वो काम किया है, जो 70 सालों में किसी ने नहीं किया। देश की धज्जियां उड़ाकर रख दीं और आर्थिक ढांचे को बर्बाद कर दिया।
राफेल डील पर भी राहुल गांधी ने अनिल अंबानी और पीएम मोदी के बीच साठगांठ के आरोप लगाए। उन्होंने वित्त मंत्री जेटली की सफाई को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि जो बात अरुण जेटली मीडिया के जरिए कर रहे हैं, क्यों नहीं राफेल डील पर जॉइंट पार्लिटमेंट्री कमेटी के सामने सच रखते हैं।