प्रदेश के बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में अगले 2 वर्षों के भीतर ऑल इंडिया मैडीकल इंस्टीच्यूट यानी एम्स संस्थान हिमाचल सहित देश-विदेश के लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा देना शुरू कर देगा। कोठीपुरा-बिलासपुर में प्रस्तावित इस एम्स संस्थान के निर्माण के टैंडर निकाल दिए हैं। यह टैंडर 904 करोड़ 72 लाख रुपए की राशि का है। इस टैंडर को भारत सरकार के उपक्रम एन.बी.सी.सी. इंडिया लिमिटेड ने 30 अगस्त को निकाला है।
इसमें एम्स संस्थान निर्माण के डिजाइन से लेकर अभियांत्रिकी, निर्माण सामग्री व मशीनरी की उपलब्धता के साथ-साथ एम्स संस्थान के निर्माण कार्य को शामिल किया गया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि टैंडर में एन.बी.सी.सी. इंडिया लिमिटेड ने यह शर्त भी रखी है कि निर्माण के लिए चयनित होने वाली कंपनी को टैंडर अवार्ड होने के 24 महीने के अंदर निर्माण कार्य को पूर्ण करना होगा। एम्स संस्थान के निर्माण कार्य के ई-टैंडर डालने की अंतिम तिथि 30 अक्तूबर तय की गई है।
1351 करोड़ की राशि हुई है जारी
गौरतलब है कि कोठीपुरा में इस एम्स संस्थान को बनाने के लिए 1351 करोड़ की राशि की जारी हुई है और वर्तमान में एम्स संस्थान के लिए चयनित भूमि पर सुरक्षा दीवार लगाने का कार्य चल रहा है। इस संस्थान में ओ.पी.डी. ब्लॉक के साथ-साथ विभिन्न गंभीर रोगों की सुपर स्पैशलिटी, गंभीर रूप से बीमार 350 लोगों को इंडोर रखने की व्यवस्था, विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैयार करने के लिए मैडीकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, लाइब्रेरी तथा डाक्टरों की आवासीय कालोनी बनाई जानी प्रस्तावित है। हालांकि इस संस्थान के निर्माण को केंद्र सरकार ने वर्ष 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है लेकिन यदि इसी वर्ष यह टैंडर अवार्ड हो गया तो दिसम्बर, 2020 में ही एम्स अपनी सेवाएं देना शुरू कर देगा।
वर्ष 2020 के अंत तक ओ.पी.डी. होगी शुरू
केंद्रीय परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स संस्थान निर्माण योजना चरणबद्ध तरीके से सुचारू रूप से क्रियान्वित की जा रही है। इसके निर्माण के टैंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं। वर्ष 2020 के अंत तक एम्स की ओ.पी.डी. को शुरू कर दिया जाएगा।