प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के सबसे बड़े बैंक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का उद्घाटन कर दिया है। इसकी कल्पना आम आदमी के लिए सस्ते और भरोसेमंद बैंक के तौर पर की गई है।
इसका मकसद देश में डाकघरों की व्यापक पहुंच के माध्यम से लोगों तक वित्तीय समावेशन के लाभ पहुंचाना है। ये उद्घाटन कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हो रहा है। इसी के साथ 1 सितंबर से आईआईपीबी की 650 शाखाएं और 3,250 सुविधा केंद्र काम करना शुरू कर देंगे।
बयान के मुताबिक आईपीपीबी की स्थापना केंद्र सरकार के वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को तेजी से पाने के लिए की गई है। इसकी कल्पना आम आदमी के लिए एक सस्ते, भरोसेमंद और आसान पहुंच वाले बैंक के तौर पर की गई है। इस भुगतान बैंक में भारत सरकार की 100% हिस्सेदारी है। इस डाक विभाग के व्यापक नेटवर्क और तीन लाख से अधिक डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों का लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही ये बड़ी बातें
.डाकिया और पोस्ट ऑफिस हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं।
. अब डाकिया डाल के अलावा बैंक भी साथ लाया है।
. इस योजना से गरीब के घर बैंक पहुंचेगा।
. डाकिया भावनात्म रूप से लोगों से जुड़ा हुआ है।
. आईपीपीबी अर्थतंत्र में नया परिवर्तन लाएगा।
. सरकार पर विश्वास डगमाया होगा लेकिन डाकिये पर नहीं।
. हमारी सरकार पुरानी व्यवस्थाओं को उनकी स्थिति पर छोड़ने वाली नहीं है।
. टेक्नोलॉजी ने जो चुनौती दी, उसको आधार बनाकर हम इसे अवसर बनाएंगे।
. डाकिये के साथ स्मार्टफोन है और उसके बैग में बैंक है।
. डिजिटल लेन देन की व्यवस्था को मिलेगा विस्तार।
. कामगर आसानी से पैसे अपने परिवार को भेज सकेंगे।
. आईपीपीबी अकाउंट का इस्तेमाल कर बिल का भुगतान किया जा सकेगा।
. निवेश और बीमा जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी।
. सभी सेवाएं घर आकर डाकियों द्वारा मिलेगी।
. डिजिटल लेन देन में जो भी मुश्किलें आती थी, इसका समाधान भी डाकिए के पास होगा।
. ये बैंक नहीं बल्कि गांव गरीब को सशक्त बनाएगा।
देश के 1.55 लाख डाकघरों को 31 दिसंबर 2018 तक आईपीपीबी प्रणाली से जोड़ लिया जाएगा। आईआईपीबी अपने खाताधारकों को भुगतान बैंक के साथ-साथ चालू खाता, धन हस्तांतरण, प्रत्यक्ष धन अंतरण, बिलों के भुगतान इत्यादि की सेवाएं भी उपलब्ध कराएगा।