हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर आवारा पशुओं की बाढ़ है। कहने के लिए तो गोसदन और योजनाओं का बोलबाला है। लेकिन, जमीन से सब नदारद हैं। नतीजा, आवारा पशु कभी सड़क पर भारी वाहनों की चपेट में आ रहे हैं, तो कभी इंसान ही इनके चपेट में आ जा रहा है। आवारा पशु खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए ख़तरा बन चुके हैं।
ऊना जिले के अंब से सटे लडेर पुल पर एख सांड के हमले में 70 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। मृतक की पहचान बांतु राम पुत्र जंबा गांव बेहलां ग्रांम पंचायत टकोली के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक बांतु राम पिछले कुछ दिनों से गुग्गा नवमी के उपलक्ष्य पर अकेला ही गांव-गांव घूमकर कर भिक्षा ले रहे थे। सोमवार को गांव घूमते हुए लडेर पुल के समीप पहुंचे तो अचानक आवारा सांड ने हमला कर दिया। ॉ
हमले में घायल बांतु राम को स्थानीय लोगों ने देखा तो परिजनों को सूचित किया। परिजनों की मदद से घायल वृद्ध को निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान मौत हो गई। चिकित्सक ने बताया के वृद्ध की पसलियां और फेफड़े डेमेज होने के कारण मौत हुई है।