ऊना के रक्कड़ में रहने वाले होशियार सिंह ने अपनी हार्ट बल्ब की सर्जरी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से इस संदर्भ में हिमाचल के मुख्य सचिव से जवाब मांगा गया था। लेकिन, प्रधानमंत्री कार्यालय को तो न जाने क्या जवाब मिला लेकिन पीड़ित परिवार को 4 महीने से कोई मदद नहीं मिली।
मदद न मिलने पर पीड़ित होशियार की मां ने 3 जून को ऊना जनमंच में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार को भी इस बारे में बताया। ऐन मौके पर तो डीसी ने पीड़ित को उपचार सहायता देने का भरोसा दिला दिया लेकिन अभी तक उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
क्या है मामला…??
दरअसल, रक्कड़ निवासी होशियार सिंह के हार्ट बल्ब में दिक्कत है और पीजीआई में उसकी सर्जरी होनी है। लेकिन, पीजीआई का भारी भरकम खर्च देखकर होशियार और उसके परिवार वालों ने उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन बाद में होशियार की मां रक्षा रानी ने प्रधानमंत्री कार्यायल में लेटर लिखा और मदद की गुहार लगाई। इस संदर्भ में 1 मई को केंद्र की ओर से मुख्य सचिव हिमाचल से जवाब मांगा गया।
यहां तक कि रक्षा देवी ने हिमाचल के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, राज्यपाल आचार्य देवव्रत और स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को भी लेटर लिखा ता। 16 मई को स्वास्थ्य मंत्रालय से भी एक लेटर आया था, जिसमें कुछ और प्रपत्र मांगे गए। बाद में ख़बर आई कि पीड़ित की मां रक्षा द्वारा लिखा गया लेटर ग़ायब हो गया है। मदद ने मिलने पर रक्षा देवी ने जनमंच कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के सामने गुहार लगाई, लेकिन अभी तक 3 महीने के वक्त हो गया और उन्हें कोई मदद नहीं मिली।