प्रदेश में इस बार नैशनल अचीवमैंट सर्वे टैस्ट नहीं होगा। मानव संसाधन मंत्रालय की गाइड लाइंस के मुताबिक यह सर्वे टैस्ट अब वर्ष 2019 में लिया जाएगा, यानी यह सर्वे टैस्ट 2 साल बाद लिया जाएगा। बीते वर्ष प्रदेश के 1,950 स्कूलों के 28,000 से अधिक छात्रों ने यह सर्वे टैस्ट दिया था। इसमें तीसरी, 5वीं और 8वीं कक्षा के छात्र शामिल थे। इस परीक्षा के तहत छात्रों का प्रारंभिक स्तर का भाषा ज्ञान, गणित व पर्यावरण शिक्षा का मूल्यांकन किया गया था जबकि अप्पर प्राइमरी स्तर के छात्रों का भाषा, गणित, विज्ञान व सामाजिक ज्ञान का स्तर जांचा गया था। इसमें हिमाचल के छात्रों की बेहतर परफॉर्मैंस रही थी।
इस टैस्ट में केरल पहले और हिमाचल दूसरे स्थान पर रहा था लेकिन इस बार एसएसए इसके स्थान पर प्रदेश में अचीवमैंट टैस्ट करवाने जा रहा है। यह टैस्ट 9वीं से 12वीं के छात्रों का लिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो नवम्बर माह में यह टैस्ट लिए जाएगा। एसएसए के परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नैशनल अचीवमैंट सर्वे टैस्ट अब वर्ष 2019 में लिया जाएगा।
छात्रों का यह टैस्ट ऑनलाइन लिया जाएगा। गणित और विज्ञान विषय में छात्रों का ज्ञान आंकने के लिए यह टैस्ट लिया जा रहा है। पिछले साल विभाग ने ट्रायल बेस पर यह टैस्ट लिया था, जो सफल रहा था। इस दौरान 10वीं कक्षा के लगभग 4,500 छात्रों ने ऑनलाइन सर्वे टैस्ट दिया था। एस.एस.ए. द्वारा तैयार किए गए ऑनलाइन कंपीटेटिव टैस्ट मॉड्यूल के तहत छात्रों के गणित व विज्ञान के टैस्ट लिए गए थे। विभाग ने हिंदी और अंग्रेजी में ये टैस्ट लिए थे।