प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों पर सर्दियों ने अभी से डेरा जमा दिया है। रोहतांग-बारालाचा की ऊंची पहाड़ियों पर आज इस मौसम का पहला हिमपात हुआ। इस पहले हिमपात से जहां तापमान में जोरदार गिरावट आई है। वहीं, प्रदेश के मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भी मौसम काफी कूल-कूल हो गया है। जानकारी के मुताबिक रोहतांग-बारालाचा की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई।
लाहौल के बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला जोत, कुंजुम दर्रे, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ केलांग, नीलकंठ की पहाडिय़ों व ढाका ग्लेशियर सहित समस्त चोटियां बर्फ से चमक उठी हैं। शनिवार को मनाली-लेह मार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भरतपुर सिटी से सरचू तक हल्की बर्फबारी हुई है। पहाड़ों पर बर्फबारी का क्रम शुरू होने से भेड़पालकों ने भी मैदानों का रुख करना शुरू कर दिया है।
वहीं लगातार हो रही बारिश से बागवानों और किसानों की दिक्कतें बढ़ी हैं। लाहोल के किसानों का कहना है कि सेब सीजन शुरू नहीं हुआ है लेकिन आलू की फसल तैयार है।रोहतांग के इस ओर मनाली घाटी में बारिश से बागवानों की परेशानियां बढ़ गई हैं। मनाली घाटी में सेब सीजन चरम पर है।
लाहौल और मनाली घाटी में बारिश का क्रम जारी रहने से बागवानों व किसानों की दिक्कतें बढ़ी हैं। लाहौल के किसानों मोहन, टशी व दोरजे ने बताया कि हालांकि अभी सेब सीजन शुरू नहीं हुआ है लेकिन आलू की फसल तैयार है। उन्होंने कहा कि बारिश का क्रम जारी रहने से किसानों की दिक्कतें बढ़ी हैं। रोहतांग के इस ओर मनाली घाटी में बारिश से बागवानों की परेशानियां बढ़ गई हैं। मनाली घाटी में सेब सीजन चरम पर है।